बिहार के सबसे बड़ी दवा मंडी गोविंद मित्रा रोड स्थित कुछ मेडिकल स्टोर पर एक्सपायरी दवाएं बेची जा रही हैं. इसका खुलासा बुधवार को उस समय हुआ, जब औषधि नियंत्रण प्रशासन की टीम छापेमारी करने पहुंची. टीम को मौके से कई ऐसी दवाएं मिली जो 10 महीने पहले ही एक्सपायर हो गयी थी. साथ ही टीम को सटॉर और भी कई तरह की कमियां मिली.
80 तरह की दवाओं व कफ सीरप की बिक्री पर रोक
दरअसल, औषधि नियंत्रण को शिकायत मिली थी कि जीएम रोड में केके मेडिको के संचालक कमलेश कुमार व न्यू वैक्सीन दवा दुकान के संचालक नीरज कुमार सरकारी दवाओं का लेवल बदलकर मरीजों को बेच रहे हैं. शिकायत के बाद ड्रग इंस्पेक्टर पंकज कुमार व उनकी टीम ने दोनों दुकानों पर छापेमारी की, तो करीब 100 बोतल दवाएं एक्सपायरी मिलीं. टीम ने कुल 80 तरह की दवाओं व कफ सीरप की बिक्री पर रोक लगा दी है.
10 महीने पहले ही एक्सपायर हो गयी थीं दवाएं
ड्रग इंस्पेक्टर पंकज कुमार ने बताया कि ये दवाएं जुलाई, 2022 यानी करीब 10 महीने पहले ही एक्सपायर हो गयी थीं. जब्त दवाओं की सूची बनाकर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दी गयी है. वहीं, बीते 10 महीने में कितने मरीजों को एक्सपायरी दवाएं बेची गयी हैं, उसकी जांच की जा रही है. बताया जा रहा है कि लंबे समय से दोनों दवा विक्रेताओं के खिलाफ शिकायतें जिला प्रशासन और औषधि विभाग को मिल रही थीं.
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मार्च में भी छापेमारी करने पहुंची थी टीम
शिकायतों के आधार पर टीम 27 मार्च को भी छापेमारी करने पहुंची थी. लेकिन दोनों दवा दुकानदार बीमारी का बहाना बनाकर दुकान बंद कर गायब हो गये थे. वहीं, बुधवार को टीम यहां छापेमारी के लिए पहुंची, तो स्टोर पर कमियां मिलीं. कई दवाओं के बिल भी दुकानदार नहीं दिखा सके. इतनी कमियां एक साथ होने पर औषधि विभाग मुकदमे की तैयारी कर रहा है. छापेमारी टीम में संजीव कुमार, सुरेंद्र राम, अशोक कुमार और अजय रसिक शामिल थे.