दरभंगा. होलिका दहन के अगले दिन से ही चैत्र माह आरंभ हो गया है. इस महीने में मांगलिक कार्य नहीं किये जाते. शास्त्र के मुताबिक तैयार पंचांगों में इस एक महीने के दौरान शुभ कार्य के लिए कोई तिथि नहीं है. अप्रैल से पुन: विवाह के साथ ही अन्य मांगलिक कार्य के लिए मुहुर्त्त बन रहा है. उल्लेखनीय है कि फागुन तक शुभ कार्य के लिए लगन थे. विश्वविद्यालय पंचांग के अनुसार विवाह के लिए सात मार्च को अंतिम लगन था. अब 16 अप्रैल से पुन: विवाह के लिए लगन शुरू हो रहा है. इसके अलावा द्विरागमन, उपनयन, मुंडन, गृहारंभ एवं गृहप्रवेश के लिए भी मुहुर्त्त बन रहे हैं. जिन परिवारों में पहले से ही मांगलिक कार्य के लिए तिथि तय हो चुकी है, वे इसकी तैयारी में अभी से जुटे हैं. वहीं जिनके यहां तिथि तय होना शेष है, वे अपनी सुविधा एवं उत्तम तिथि के अनुसार मांगलिक कार्य के लिए मुहुर्त्त निकलवाने लगे हैं. बता दें कि अप्रैल में 16, 18, 20, 21, 23, 25 व 30, मई में 1, 7, 8, 9, 11, 18, 19, 22, 23, 25 व 28 तथा जून में 1, 2, 4 एवं छह तारीख को विवाह के लिए मुहुर्त्त है. वहीं उपनयन के लिए सात एवं आठ अप्रैल को छंदोग के लिए मुहुर्त्त बन रहा है. वहीं मई में 2, 7, 8 व 29 तथा जून में 5 व छह तारीख को लगन है. 18 अप्रैल के अलावा मई मेंं 1, 4, 7, 8, 9, 11 व 12 को द्विरागमन हो सकेगा. मुंडन 17 व 30 अप्रैल के अलावा मई में 8, 9 व 28, जून में पांच, छह, 26 व 27 तथा जुलाई की दो व चार तारीख को मुंडन का मुहुर्त्त है. गृहारंभ के लिए अप्रैल में 16 तथा मई में 3, 8 व 10 एवं जून में 5, 6 व सात के अलावा गृहप्रवेश के लिए मई में 3, 7, 8, 9 व 10 तथा जून में 4, 5, 6 व सात को मुहुर्त्त उत्तम है.
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