Darbhanga News: दरभंगा. परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्य में विभागीय लापरवाही का एक बड़ा कारनामा सामने आया है. जिला प्रशासन ने कनीय की कौन कहे, संविदा पर नियुक्त कर्मियों को भी दंडाधिकारी के रूप में परीक्षा केंद्रों पर तैनात कर दिया है. उल्लेखनीय है कि एलएनएमयू द्वारा स्नातक चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा संचालित हो रही है. इस परीक्षा को शांतिपूर्ण संचालित कराने को लेकर सदर एसडीएम के स्तर से दंडाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है. इसमें निर्धारित मानक का ख्याल नहीं रखा गया है. नियमित कर्मचारी तो दूर, संविदा कर्मी ग्रामीण आवास पर्यवेक्षक व ग्रामीण आवास सहायक तक को दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त कर दिया गया है. हास्यास्पद स्थिति तो तब उत्पन्न हो गई, जब परीक्षा केंद्र पर दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त ग्रामीण आवास सहायक, केंद्र पर लगे सीसीटीवी कैमरा के सामने ही एंड्राइड मोबाइल से बात करते नजर आए. जब इन्हें स्थानीय एक कर्मी ने टोका, तो कहा कि वे दंडाधिकारी हैं. कहा कि उन्हें मोबाइल पर बातचीत करने से कोई नहीं रोक सकता. अगर बातचीत में बाधा उत्पन्न करेंगे, तो केंद्र परिसर में मौजूद केंद्राधीक्षक सहित सभी शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों का मोबाइल सीज कर सकते हैं. बता दें कि एमएम कॉलेज परीक्षा केंद्र पर ग्रामीण आवास सहायक अजय कुमार, आरबीजे कॉलेज बेला केंद्र पर ग्रामीण आवास सहायक जितेंद्र कुमार, एमएमटीएम कॉलेज केंद्र पर ग्रामीण आवास सहायक उदय शंकर प्रसाद की प्रतिनियुक्ति दंडाधिकारी के रूप में की गयी है. एमजी कॉलेज परीक्षा केंद्र पर ग्रामीण आवास पर्यवेक्षक नजरे आलम प्रतिनियुक्त हैं. कोट:::::::::: स्थायी पदाधिकारी ही दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्ति हो सकते हैं. विधि-व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर विशेष परिस्थिति में न्यूनतम प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी को दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त करने का प्रावधान है. किस परिस्थिति में संविदा पर नियुक्त कर्मियों को तैनात कर दिया गया है, इसकी जानकारी ले रहे हैं. – विकास कुमार, एसडीएम, सदर
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