Darbhanga News: बेनीपुर. एक तरफ प्रदेश में पहली कक्षा के बच्चे बेंच पर बैठकर पढ़ाई करते हैं, वहीं दूसरी ओर से अयाची मिथिला महिला महाविद्यालय में डिग्री की छात्राओं तक को यह मयस्सर नहीं है. चल रही डिग्री थर्ड सेमेस्टर की आंतरिक परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी छात्रा दरी पर बैठकर जैसे-तैसे परीक्षा दे रही है. विदित हो कि नयी शिक्षा नीति के तहत डिग्री थर्ड सेमेस्टर में 30 अंक की मिड सेमेस्टर की आंतरिक परीक्षा ली जानी है. इसका अंक मूल परिणाम में जोड़ा जाएगा. इस परीक्षा संचालन की सारी जिम्मेदारी महाविद्यालय की होती है, लेकिन अयाची महिला महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा ली जा रही परीक्षा में छात्राओं को बैंच-डेक्स भी उपलब्ध नहीं कराया जा सका है. फलस्वरूप छात्राएं दरी पर बैठकर परीक्षा दे रही हैं. परीक्षा दे रही कई छात्राओं ने बताया कि दरी पर दो-दो घंटा बैठकर लिखना बहुत कष्टकर है. इस संबंध में प्रभारी प्रधानाचार्य प्रवीण कुमार मिश्र से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन वे महाविद्यालय में नहीं थे. वहीं मोबाइल पर संपर्क करने करने पर उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया. इधर परीक्षा नियंत्रक प्रो. मुरारी ठाकुर ने बताया कि महाविद्यालय में लगभग 800 छात्राएं हैं. एक साथ 800 छात्राओं के बैठने के लिए पर्याप्त बेंच-डेक्स उपलब्ध नहीं है. इस कारण कुछ छात्राओं के लिए एक-दो कमरों में दरी की व्यवस्था कर परीक्षा ली जा रही है. उन्होंने बताया कि 16 से 22 अप्रैल तक परीक्षा संचालन व 25 से पहले इसका मूल्यांकन कर पोर्टल पर अंक लोड करना है. परीक्षा प्रतिदिन दो पाली में ली जा रही है. निर्धारित तिथि के अंदर परीक्षा समाप्ति की बाध्यता के कारण सभी छात्राओं की परीक्षा एक साथ लेनी पड़ रही है. इस कारण परेशानी हो रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

