कमतौल. ढ़िया बेलबाड़ा पंचायत के रमौल में शुक्रवार को एक पक्ष के दर्जनों लोगों द्वारा जान-बूझकर सरकारी सड़क पर आवागमन करने से आमलोगों को बलपूर्वक रोकने, समझाने पर पुलिस पदाधिकारी के साथ धक्का-मुक्की करने व सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने मामले में जाले के राजस्व अधिकारी प्रवीण कुमार कर्ण ने 29 नामजद समेत सौ से अधिक अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी है. वहीं पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार कर रविवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. बताया जाता है कि करीब चार बजे अपराह्न एक पक्ष के लोगों ने लाठी-डंडा, हॉकी स्टिक के साथ रमौल चौक को तीन तरफ से घेरकर आवागमन अवरुद्ध कर दिया. आने-जाने वालों से बदसलूकी करने लगे. ड्यूटी पर तैनात मजिस्ट्रेट व पुलिस पदाधिकारियों द्वारा समझाने पर नहीं माने. उनके साथ ही धक्का-मुक्की करने लगे. लाठी-डंडा और हॉकी स्टिक से लैस सभी असामाजिक तत्व दूसरे पक्ष के लोगों से त्योहार मनाने से रोकने के लिए हिंसा करने को तैयार थे. जिला से आये पुलिस पदाधिकारियों ने मशक्कत के बाद स्थिति पर काबू पाया. इस संबंध में सदर-टू एसडीपीओ ज्योति कुमारी ने बताया कि रमौल में पूरे दिन सबकुछ कंट्रोल में था. बाउंड भी भरवाया गया था. शांति समिति की कई बैठकें भी हुई थी. थानाध्यक्ष से जानकारी मिली कि सब लाठी-डंडा, हथियार आदि लेकर हमले के फिराक में है. मैं वहां पहुंची तो सभी सड़क अवरुद्ध कर दिया था. लोग हमला करने पर उतारु थे. मेरे द्वारा एक हॉकी स्टिक को पकड़ा गया तो उसी समय एक महिला व एक 17-18 साल की बच्ची ने मेरे दस्तावेज को फाड़ डाला. मेरी कलम छीन ली. मेरे हाथों को पकड़कर वार करने का प्रयास किया. मशक्कत कर पुलिस ने मामले को कंट्रोल किया. वहीं थानाध्यक्ष इंसपेक्टर संजीव कुमार चौधरी ने बताया कि राजस्व अधिकारी के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर मो. मुख्तार व मो. मोती को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. शेष की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. उपद्रवियों पर नजर रखने के लिए गांव में पुलिस कैम्प कर रही है.
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