Darbhanga news: सदर. स्थानीय राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत शपथ-ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. इसमें संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ मनोज कुमार ने वैज्ञानिकों, तकनीकी कर्मचारियों को बाल विवाह उन्मूलन के लिए सदैव संकल्पित रहने की शपथ दिलायी. कहा कि बाल विवाह सामाजिक प्रगति, स्वास्थ्य संरक्षण व शिक्षा के अधिकार के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा है. उन्होंने बाल विवाह की सामाजिक व मानसिक चुनौतियों, उसके दूरगामी दुष्परिणामों तथा इससे प्रभावित बालिकाओं के जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों पर प्रकाश डाला. कहा कि 2030 तक बाल विवाह मुक्त भारत का निर्माण केवल एक सरकारी लक्ष्य नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक की सामूहिक जिम्मेदारी है. डॉ कुमार ने कहा कि शिक्षित समाज में बाल विवाह के लिए कोई स्थान नहीं होता. इसे दूर करने में गुरुजनों, अभिभावकों, समुदायों तथा संस्थानों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है. कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्र प्रभारी व प्रधान वैज्ञानिक डॉ आइएस सिंह ने की. इस अवसर पर वैज्ञानिक आरके राउत, एसएम राउत, तकनीकी कर्मी धीरज प्रकाश, आलोक कुमार, डॉ शिवानी झा, अनुपम साहु, दीपक मांझी, मिथिलेश मिश्र समेत संस्थान के अन्य कर्मचारी उपस्थित थे.
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