Darbhanga News: दरभंगा. शहरवासियों को बंदरों के उत्पात से निजात दिलाने के लिए उसे पकड़ने के नगर निगम के कथित निर्णय पर गहरी आपत्ति जतायी गयी है. इसे लेकर शनिवार को नगर आयुक्त राकेश कुमार गुप्ता से एक शिष्टमंडल ने भेंट की. ज्ञापन सौंपा. शिष्टमंडल के रवि पटवा ने इस निर्णय को गलत बताते हुए कहा कि मानव के विकास के लिए प्रतीक हैं. साथ ही सनातन धर्म के लिए पूज्यनीय भी हैं. बंदर के अलावा अन्य जानवर मानव सभ्यता के महत्वपूर्ण अंग हैं. जीवन में इनकी भी बड़ी अहमियत है. प्रशासन को चाहिए कि प्रकृति के साथ संतुलन बनाकर सुव्यवस्थित समाज की रचना की दिशा में मास्टर प्लान कर काम करे. शिष्टमंडल ने पौधरोपण, जल संरक्षण के लिए नदियों की सफाई, तालाबों की सुरक्षा एवं उड़ाही की दिशा में काम करने पर बल दिया. नासिक पुणे का उदाहरण देते हुए वहां लगे जल यूनिट का अध्ययन कर यहां भी इसे लागू करने की जरूरत जतायी. पटवा ने बताया कि शिष्टमंडल ने नगर आयुक्त से आग्रह किया है कि अगर बंदरों को पकड़ने का कोई आदेश जारी किया गया है तो तत्काल उसे वापस ले लें. यदि विचाराधीन है तो निर्णय न लें. ज्ञापन की प्रतिलिपि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री के साथ जिलाधिकारी को भी संबोधित है. मौके पर मिथिला जल संरक्षण कमेटी, विश्व हिंदू परिषद, दुसाध उत्थान कमेटी के प्रतिनिधियों में पटवा के अलावा शशिनाथ झा, अशोक कुमार सिंह, राजीव प्रकाश मधुकर, विजय पासवान आदि शामिल थे.
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