Darbhanga news: दरभंगा. ट्रेन के आगमन के दौरान रेल फाटक बंद करने के दौरान आनन-फानन में जबरन गुमटी पार करने की ””””फितरत”””” से एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. अगर समय रहते ट्रेन के चालक ने गाड़ी नहीं रोक दी होती तो बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता. यह वाकया दरभंगा-सीतामढ़ी रेल खंड के बेला गुमटी पर सामने आया. इसे लेकर कुछ देर के लिए वहां अफरा-तफरी मच गयी. सड़क जाम भी हो गया. गेट मैन व वहां तैनात पुलिस के जवान के होश उड़ गये. हालांकि हादसा टल जाने से दोनों ने राहत की सांस ली. बता दें कि 17005 हैदराबाद-रक्सौल एक्सप्रेस दरभंगा जंक्शन से खुली. जैसे ही इस ट्रेन के आने की सूचना मिली, तैनात गेट मैन संजय कुमार ने फाटक गिराना शुरू कर दिया. फाटक गिरते देख निकट पहुंची गाड़ी चालकों के बीच फाटक गिरने से पहले उसे पार करने की एक तरह से होड़ मच गयी. सायरन की आवाज के साथ गिर रहे फाटक के बूम को देख एक चालक व एक ऑटो चालक ने अपनी-अपनी गाड़ियां घुसा दी. दोनों गाड़ियां बीच में फंस गयी. बताया जाता है कि इस वजह से बूम नहीं गिर सका. जाम लग गया.
रुकी रही एक्सप्रेस ट्रेन
इधर, फाटक बंद नहीं हो पाया था, उधर हैदराबाद एक्सप्रेस एलसी-2 स्पेशल के समीप पहुंच गयी. गाड़ियों को फंसा देख चालक ने ट्रेन रोक दी. लंबे समय तक गाड़ी रूकी रही. बाद में गुमटी को वाहनों से मुक्त कराने के बाद गाड़ी खुल सकी. इस दौरान वहां मौजूद रहागीरों व वाहन चालकों के बीच संभावित हादसे को लेकर अफरा-तफरी का माहौल बन गया.कई बार टूट चुका बूम
रेल फाटक को बंद करने के लिए गिराया जाने वाला बूम वाहन चालकाें की आपाधापी में कई बार टूट चुका है. म्यूजियम रेल गुमटी, बेला गुमटी, कंगवा गुमटी सहित कई स्थानों पर पहले भी जबरन गाड़ी लेकर प्रवेश कर जाने के कारण बूम क्षतिग्रस्त हो चुका है. संबंधित वाहन को जब्त करते हुए आरपीएफ थाना में कांड भी अंकित किये जाते रहे हैं. हालांकि इसके बावजूद गाड़ी चालकों पर कोई असर नहीं दिखता.आरओबी का निर्माण पूर्ण नहीं
इस स्थिति से बचने तथा सड़क से गुजरने वालों को रेल फाटक बंद रहने के दौरान होनेवाली परेशानी से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने बेला गुमटी पर रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) निर्माण स्वीकृत कर रखा है. बिहार पुल निगम की देख-रेख में इसका निर्माण पिछले साल आरंभ भी हो गया. पिलर खड़े कर लिए गये हैं, लेकिन शेष काम अभी भी अधूरा है. राहगीरों का कहना था कि अगर यह ब्रिज बन गया होता तो ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती. बता दें कि यह रेल फाटक शहर से दिल्ली मोड़ बस अड्डा, फोरलेन व सबसे अहम दरभंगा हवाई अड्डा जाने वालों की लाइफ लाइन सड़क पर अवस्थित है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

