तारडीह(दरभंगा) :सकरी- झंझारपुर रेलखंड में 14 जुलाई को आयी बाढ़ ने भारी तबाही मचायी है. रेलखंड में लोहना रोड के निकट पटरी के नीचे की मिट्टी निकल गयी है. रेलवे की ओर से इसकी मरम्मत का अबतक कोई प्रयास नहीं किया गया है. अधिकारी स्थिति का मुआयना कर चुके हैं, पर काम प्रारंभ नहीं हुआ है. इससे इस रेलखंड पर गाड़ियों के परिचालन की संभावना अब महीनों आगे बढ़ गयी लगती है.
लोहना रोड से महज 500 मीटर की दूरी पर चार जगहों पर पटरी को क्षति पहुंची है. अभी भी पटरी के नीचे से पानी बह रहा है. कुछ माह पूर्व ही छोटी लाइन की जगह बड़ी रेल लाइन सेवा बहाल करने को लेकर काम पूरा हुआ था. यात्री गाड़ियों का परिचालन प्रारंभ करने से पूर्व मालगाड़ी का आना-जाना चालू किया गया था.
14 जुलाई को आई बाढ़ ने लोगों की बड़ी रेललाइन का उपयोग करने के सपने पर पानी फेर दिया. बाढ़ आने के 25 दिन बाद भी जगह- जगह पटरी के नीचे से पानी बह रहा है. रेल के अधिकारी का मुआयना तो हो गया है, पर काम में हाथ नहीं लगा है. पानी के तेज बहाव के कारण पटरियों के नीचे मोइन हो गया है. इन जगहों पर मिट्टी लाकर भरने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. नीचे से मिटी के हट जाने से पटरी हवा में झूल रहा है.
आजादी के 73 साल बाद क्षेत्र की जनता को अब कब बड़ी लाइन से सफर करने का सपना पूरा होगा, क्षेत्र में यह चर्चा का विषय है. रेल हाकिम तो आते-जाते हैं, पर कोई यह नहीं बता पा रहा कि मरम्मत में कितना दिन लगेगा. लोहना रोड से महज पांच सौ मीटर पर मधपुर- सोनपुर रेल फाटक के बीच रेल को भारी नुकसान हुआ है. पटरी के नीचे से मिटी खिसकने के कारण चार-पांच जगह़ों पर मोइन बन गयी है. लोग हवा में लटक रहे पटरी पर चलने से बाज नहीं आ रहे हैं. यह बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है.