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बिहार के 100 प्रखंडों में खुलेगा सामुदायिक पुस्तकालय, जीविका दीदी करेंगी संचालन

बिहार के 32 जिले के 100 प्रखंडों में संकुल स्तर पर सामुदायिक पुस्तकालय सह कैरियर विकास केंद्र की स्थापना की जा रही है. इस लाइब्रेरी का संचालन जीविका दीदी करेंगी. इस कार्य के लिए जीविका दीदी को छह हजार रुपये मानदेय दिया जाएगा.

पटना. बिहार विधान परिषद में सोमवार को सर्वेश कुमार व निवेदिता सिंह के अल्पसूचित प्रश्न के जवाब में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि राज्य के 32 जिले के सौ प्रखंडों में सामुदायिक पुस्तकालय सह कैरियर विकास केंद्र खोले जायेंगे. इसका संचालन जीविका दीदी करेंगे. लाइब्रेरी संचालन करने वाली जीविका दीदी को छह हजार रुपये मानदेय मिलेंगे.

100 प्रखंडों में खुलेगा सामुदायिक पुस्तकालय

मंत्री ने कहा कि बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत राज्य के 32 जिले के 100 प्रखंडों में संकुल स्तर पर सामुदायिक पुस्तकालय सह कैरियर विकास केंद्र की स्थापना की जा रही है . प्रश्नकर्ता ने जानना चाहा कि क्या लाइब्रेरियन की नियुक्ति पुस्तकालय के संचालन के लिए नहीं की जा सकती. जवाब में मंत्री ने कहा कि जीविका समूह से अगर कोई लाइब्रेरियन जुड़ी होंगी , तो उनका चयन किया जा सकता है, लेकिन उनको मानदेय मात्र छह हजार ही मिलेंगे. मानदेय कम होने के कारण ट्रेंड अभ्यर्थी इस पुस्तकालय में नहीं आना चाहती हैं. इसलिए मैट्रिक पास होने पर ही लाइब्रेरी की देखभाल के लिए रखा जा रहा है.

जनगणना की प्रतीक्षा सूची के अनुसार बीपीएल परिवार के मकान बन रहे

बिनोद कुमार जायसवाल के तारांकित प्रश्न के जवाब में ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि सामान्य जिलों में गरीबों को मकान बनाने पर एक लाख 20 हजार, जबकि नक्सल प्रभावित जिलों में एक लाख 30 हजार दिए जाते हैं. 2011 की जनगणना की प्रतीक्षा सूची के अनुसार बीपीएल परिवार के मकान बन रहे हैं. नियमानुसार परिवार में किसी एक सदस्य के नाम पर ही मकान बनाए जाने हैं.

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