19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

इस्लामपुर में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ा

आवारा कुत्तों के आतंक से हर कोई दहशत में है. हर रोज अस्पताल में डॉग बाइट के केस पहुंच रहे है, लेकिन अस्पताल में पिछले करीब ढाई माह से एंटी रेबीज के टीके खत्म है ऐसे में मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में जाना पड़ रहा है.

इस्लामपुर. आवारा कुत्तों के आतंक से हर कोई दहशत में है. हर रोज अस्पताल में डॉग बाइट के केस पहुंच रहे है, लेकिन अस्पताल में पिछले करीब ढाई माह से एंटी रेबीज के टीके खत्म है ऐसे में मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में जाना पड़ रहा है. उधर, जिम्मेदार लोगों को डॉग बाइट से बचाने के लिए किसी तरह की प्लानिंग अभी तक करना तो दूर वे अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे है कुत्ता,बंदर आदि के काटे हुए मरीजों को इस्लामपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दौड़ लगानी पड़ रही है। लेकिन यहां पर मरीजों को 5 रुपए की पर्ची काटकर सिर्फ टेटनस का इंजेक्शन लगाया जा रहा है और एंटी रेबीज इंजेक्शन के लिए प्राइवेट अस्पताल का पता दिया जा रहा है. चिकित्सकों की मानें तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आये दिन आधा दर्जन या इससे ऊपर तक कुत्ते काटे हुए लोग आते है. स्वास्थ्य केंद्र में एंटी रेबीज का टीका फ्री लगाया जाता है. पालतू कुत्ते के काटने पर तीन और पागल कुत्ते के काटने पर पांच इंजेक्शन लगाए जाते हैं. प्राइवेट अस्पताल की बात करें तो ये ही टीका तीन सौ से चार सौ रुपए तक लगाया जाता है. संडा गांव निवासी एक महिला ने बताया कि उसका बेटा गली में खेल रहा था. इसी दौरान एक कुत्ते ने उसके आठ वर्षीय बेटे को काट लिया. कुत्ते के काटे जाने के बाद वह किराया लगाकर अस्पताल पहुंची. पांच रुपए देकर पर्ची बनाई. लेकिन डॉक्टर ने एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगाने की बजाय टेटनस का इंजेक्शन लगा दिया और कहा कि एंटी रेबीज इंजेक्शन खत्म है. इस्लामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक पदाधिकारी डॉक्टर बाल्मिकी प्रसाद सिन्हा ने बताया कि दवाई आती है, लेकिन पिछले काफी समय से एंटी रेबीज के टीके नहीं आ रहे है. जिसके चलते अस्पताल में आने वाले मरीजों को सिर्फ टेटनस का टीका ही लगाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि टीके आने के बाद रोगियों को किसी तरह की परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें