बिहारशरीफ. राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का उदघाटन सिविल सर्जन डॉ़ जितेंद्र कुमार ने मंगलवार को स्थानीय एसएस बालिका उच्च विद्यालय से किया़ इस दौरान छात्राओं को कृमिरोधी दवा अलबेन्डोजोल दवा दी गयी. मौके पर सिविल सर्जन ने कहा कि बच्चों में कृमि संक्रमण से उनके पोषण एवं हिमोग्लोबिन स्तर पर गहरा दुष्प्रभाव पड़ता है. इसके कारण बच्चों का शारीरिक एवं बौद्धिक विकास बाधित होता है. कृमि संक्रमण से मुक्ति के लिये 16 सितम्बर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के तहत जिलेभर में छात्र छात्राओं को अलबेन्डोजोल की दवा दी गयी है. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि कृमिरोधी दवा खाने से वंचित छात्र छात्राओं को अलबेन्डोजोल दवा खिलाने के लिए 19 सितंबर को मॉकअप राउंड चलाया जायेगा़ अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त शिक्षा विभाग, आईसीडीएस, पंचायती राज विभाग, जीविका विभाग, केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, निजी विद्यालय, कोचिंग संघ, मदरसा आदि से समन्वय स्थापित किया गया है. नालंदा जिला में 01 वर्ष से 19 वर्ष तक के उम्र के कुल 1753076 बच्चे लक्षित है, जिसमें शिक्षा विभाग के सरकारी एवं निजी विद्यालय के कुल 698805 छात्र व छात्राओं को एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर 1054271 पंजीकृत व गैरपंजीकृत बच्चों को अलबेन्डाजोल की गोली खिलाने का लक्ष्य रखा गया है. इस अवसर पर जिला डाटा सहायक उज्जवल कुमार, जिला समन्वयक डॉ प्रभाकर सिन्हा, अनिल कुमार मितरा, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अंशु कुमारी एवं स्कूल के एचएम अभय कुमार समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे़
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