बिहारशरीफ. जिला शिक्षा कार्यालय के अधिकारियों की कार्यशैली से जिले के शिक्षकों में आक्रोश देखा जा रहा है. शनिवार को जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना आनंद शंकर के द्वारा परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों को कार्यालय कक्ष में 5:00 बजे शाम में वार्ता के लिए बुलाया गया था. जब संघ के अध्यक्ष रौशन कुमार अपने संघ के साथियों के साथ अधिकारी से वार्ता के लिए कार्यालय पहुंचे तो अधिकारी ही कार्यालय से गायब मिले. लगभग डेढ़ घंटे तक इंतजार करने के बाद भी अधिकारी कार्यालय में वापस नहीं लौटे. इस संबंध में परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष रौशन कुमार ने बताया कि विगत 15 सितम्बर को परिवर्तनकारी प्रारम्भिक शिक्षक संघ की बैठक में संघ के सदस्यों के द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 22 सितंबर को कार्यालय का घेराव करने का निर्णय लिया गया था. इसकी सूचना संघ के द्वारा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी दे दी गई थी. सूचना मिलने के बाद जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के द्वारा इस मामले में पहल करते हुए संघ के सदस्यों को 20 सितंबर को ही वार्ता के लिए 5:00 बजे शाम का समय पत्र के माध्यम से दिया गया था. अध्यक्ष रोशन कुमार ने बताया कि अधिकारी के बुलावे पर वे लोग शाम 5:00 बजे कार्यालय पहुंच गए थे लेकिन अधिकारी ही कार्यालय में मौजूद नहीं थे लगभग डेढ़ घंटे तक इंतजार करने के बाद वे लोग वापस लौट गए और उनकी समस्याओं पर अधिकारी से कोई वार्ता नहीं हो सकी. अब संघ के द्वारा एक बार फिर से अपनी 23 सूत्री मांगों को लेकर 22 सितंबर को जिला शिक्षा कार्यालय का घेराव करने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने जिले के सभी कोटि के शिक्षकों को 22 सितंबर को इस कार्यक्रम में शामिल होने का आह्वान किया है. इस संबंध में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना आनंद शंकर ने बताया कि शनिवार को देर शाम तक समाहरणालय स्थित हरदेव भवन में चल रहे लिपिक तथा परिचारी नियुक्ति की काउंसलिंग में शामिल रहने के कारण वह समय पर वार्ता में शामिल नहीं हो सके. परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के सदस्यों को सोमवार को मिलने के लिए बुलाया जाएगा तथा उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा.
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