बिहारशरीफ. आगामी बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को लेकर तैयारियों की समीक्षा के उद्देश्य से जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी कुंदन कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को एक महत्वपूर्ण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक आयोजित की गई. बैठक में सभी संबंधित निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी एवं सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी शामिल हुए. बैठक में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि फॉर्म 6, 7 और 8 से संबंधित जितने भी आवेदन लंबित हैं, उनका त्वरित निष्पादन प्राथमिकता के साथ किया जाए. फॉर्म 6: नए मतदाता का नाम जोड़ने के लिए. फॉर्म 7: नाम हटाने के लिए, फॉर्म 8: विवरण संशोधन के लिए, इस्लामपुर, हरनौत और हिलसा में ज्यादा आवेदन हुए अस्वीकृत. जिलाधिकारी ने बताया कि बीएलओ ऐप के माध्यम से प्राप्त फॉर्म 6 के कई आवेदन इस्लामपुर, हरनौत और हिलसा विधानसभा क्षेत्रों में बड़ी संख्या में अस्वीकृत किए गए हैं. उन्होंने संबंधित निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सभी अस्वीकृत आवेदनों की समीक्षा कर सुनिश्चित करें कि किसी पात्र व्यक्ति का नाम सूची से वंचित न हो. बैठक में लिंगानुपात को लेकर भी चिंता जताई गई. जिले में निर्वाचक सूची में लिंगानुपात 910 है, जबकि राष्ट्रीय औसत 914 है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि नालंदा जिले के 2391 मतदान केंद्रों पर प्रत्येक में कम से कम 50 महिलाओं के नाम फॉर्म 6 के माध्यम से जोड़े जाएं, ताकि मतदाता सूची में लिंगानुपात संतुलित किया जा सके. मतदाता पंजीकरण के लिए जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता पर बल देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि आम जनता को फॉर्म भरने की प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी जाए, ताकि अधिक से अधिक योग्य मतदाता नाम जोड़ सकें. इस बैठक में उप विकास आयुक्त, उप निर्वाचन पदाधिकारी, सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी एवं सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए. जिला प्रशासन द्वारा स्पष्ट संकेत दिया गया कि आगामी चुनाव को स्वच्छ, निष्पक्ष और समावेशी बनाने के लिए मतदाता सूची को दुरुस्त करना प्राथमिकता है. इसके लिए तकनीकी माध्यमों, निगरानी और जागरूकता के जरिये प्रत्येक नागरिक को जोड़ा जाएगा.
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