शेखपुरा /बरबीघा. जिले के बरबीघा नगर क्षेत्र अंतर्गत माउर गांव से सटे श्मशान (मड़ारी )की जमीन पर बरसों पुराने लगे विशाल वृक्ष को काटे जाने पर माउर निवासी जनसुराज नेता डॉ मधुकर ने कड़ी आपत्ति जताई है. इस पूरे मामले को लेकर उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से जांच कर उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की. उन्होंने इस मामले में एक वीडियो जारी करते हुए दिखाया कि बड़े-बड़े वृक्षों को किस प्रकार धड़ल्ले से काटा गया है. उन्होंने बताया कि जब वृक्ष को काटा जा रहा था तब उन्होंने वृक्ष काटने वाले लोगों से बात भी की ,तब बताया गया कि वहां सरकारी स्तर से पावर ग्रिड बनाया जाना है. इसलिए पेड़ों को काटा जा रहा है. हालांकि जब यह पूछा गया कि किसके द्वारा पेड़ काटा जा रहा है तो पूरी तरह से आश्चर्यचकित होने वाला मामला सामने आया .इसमें बताया गया कि गांव के ही एक रसूख वाले व्यक्ति द्वारा पेड़ काटा जा रहा है और उनका आरा मशीन भी है .यह पेड़ कट कर उनके ही आरा मशीन पर जाएगा. जनसुराज नेता ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या इन विशाल पेड़ों को काटने के लिए वन विभाग द्वारा अनुमति दी गई है या फिर कोई टेंडर कराया गया था. सरकार को अगर पावर ग्रिड के लिए जमीन चाहिए थी तो वहां आसपास में इससे भी ज्यादा जमीन उपलब्ध है जिस पर कोई विशाल पेड़ नहीं लगे हैं. उन्होंने कहा की परती जमीन रहते हुए भी विशाल वृक्ष लगे जमीन को आखिर किस पैमाने पर चिन्हित किया गया और इतनी भारी संख्या में विशाल पेड़ों को काटने की अनुमति आखिर किसने दी. इस पूरे मामले में उन्होंने जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जांच कर कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि एक तरफ पर्यावरण संरक्षण को लेकर जिला प्रशासन द्वारा लगातार बड़े-बड़े कार्यक्रम किए जाते हैं और दूसरी तरफ इस तरह का मामला सामने आ रहा है जो काफी ही चिंताजनक है .
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