बिहारशरीफ (नालंदा). बिहारशरीफ के मॉडल सदर अस्पताल में कई महीनों से कई प्रकार की जांच की सुविधा ठप पड़ी है. अस्पताल के पैथोलॉजी विभाग में जांच के लिए आवश्यक केमिकल की लगातार किल्लत बनी हुई है, जिससे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल परिसर में चिपकाए गए नोटिस पर साफ लिखा गया है कि कई महत्वपूर्ण जांच फिलहाल “बंद” हैं. पैथोलौजी विभाग में इससे संबंधित सूचना भी चिपकाया गया है जिसमें केएफटी, एलएफटी, लिपिड प्रोफाइल, सीआरपी, एचबीएक वन सी, पीटी, लाइपेज, एमाइलेज, कैल्सियम, क्रेटनीन आदि की जांच सुविधा फिलहाल बंद है. यह स्थिति पिछले कई महीनों से बनी हुई है. जिन मरीजों को डॉक्टर इन जांचों के लिए लिखते हैं, उन्हें निजी लैब का सहारा लेना पड़ता है, जहां उन्हीं जांचों के लिए चार से पाँच गुना अधिक शुल्क देना पड़ता है. स्थानीय लोगों ने बताया कि मॉडल सदर अस्पताल जैसे सरकारी संस्थान में ब्लड जांच बंद रहने से गरीब व मध्यम वर्ग के मरीजों को सबसे अधिक दिक्कत हो रही है. “यहां आने वाले ज़्यादातर मरीज सरकारी सुविधा पर निर्भर रहते हैं. अस्पताल के लैब इंचार्ज ने स्वीकार किया कि जांच केमिकल की सप्लाई समय पर नहीं मिलने के कारण यह दिक्कत उत्पन्न हुई है. उन्होंने कहा कि विभाग को इसकी सूचना दी गई है, और जल्द ही समस्या के समाधान की उम्मीद है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, आवश्यक केमिकल की नई सप्लाई प्रक्रिया फाइनल चरण में है और अगले कुछ दिनों में सभी जांचें फिर से शुरू कर दी जाएंगी.फिलहाल, मरीजों को मजबूरन निजी पैथोलॉजी की ओर रुख करना पड़ रहा है, जबकि सरकारी अस्पताल में जांच बंद रहने से जनता के बीच नाराजगी और निराशा का माहौल है.
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