राजगीर. नगर परिषद राजगीर में नये कार्यपालक पदाधिकारी आईएएस सुश्री कृष्णा जोशी ने पदभार ग्रहण कर कार्य प्रारंभ कर दिया है. उन्होंने ऐसे समय में जिम्मेदारी संभाली है जब परिषद में वित्तीय अनियमितताओं और प्रशासनिक अव्यवस्था की चर्चा जोरों पर है. जनप्रतिनिधियों के बीच तालमेल की कमी और कार्यालयीय व्यवस्था की लचर स्थिति भी उनके सामने बड़ी चुनौती के रूप में है. नगर परिषद में होल्डिंग टैक्स का निर्धारण और वसूली अब तक नहीं हो सकी है, जिससे राजस्व को करोड़ों रुपये की हानि हो रही है. इस व्यवस्था को सुदृढ़ कराना उनके लिए प्राथमिक कार्यों में शामिल होगा. शहर की साफ-सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करना, प्रतिबंधित पॉलिथीन पर पूरी तरह रोक लगाना, तथा अतिक्रमण मुक्त शहर बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाना भी उनके लिए चुनौतीपूर्ण कार्य होगा. राजगीर पर्यटन नगरी है, जहां फुटपाथ दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन बनाना, पार्किंग स्थल चिन्हित करना और यातायात व्यवस्था को सुचारू करना जरूरी है. इसके साथ ही, नगर परिषद के अधीन आने वाली योजनाओं को गुणवत्तापूर्ण तरीके से धरातल पर उतारना भी अहम जिम्मेदारी होगी. शहर के कई हिस्सों में बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट, सीवरेज की अधूरी व्यवस्था और गंगाजल आपूर्ति की समस्या लंबे समय से बनी हुई है. नगर की आधी से अधिक आबादी इन बुनियादी सुविधाओं से वंचित है. ऐसे में हर घर तक गंगाजल की आपूर्ति और सीवरेज कनेक्शन सुनिश्चित कराना भी उनके लिए बड़ी चुनौती होगी. इसके अलावा, परिषद क्षेत्र की लोकभूमि, पारंपरिक जलस्रोतों और तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराना आवश्यक है. राजकीय डिग्री कॉलेज के पास स्थित गंगा सागर तालाब, जो अब नक्शे तक सीमित हो गया है, उसे पुनर्जीवित करना भी उनके समक्ष एक कठिन कार्य होगा. राजगीर नगर परिषद में पारदर्शिता, स्वच्छता और प्रशासनिक सुधार लाना एक बड़ी जिम्मेदारी होगी.
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