शेखपुरा. जीविका ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जीविका दीदी सिलाई केंद्रों का शुभारम्भ किया है. सदर प्रखंड के वीणापानी और सर्वोत्तम संकुल संघ और बरबीघा प्रखंड के मार्गदर्शन जीविका महिला संकुल संघ, विशाल जीविका महिला विकास स्वाबलंबी सहकारी समिति लिमिटेड में जीविका दीदी का सिलाई केंद्र का शुभारंभ किया गया है. इसका उद्देश्य ग्रामीण हुनरमंद महिलाओं को सिलाई के माध्यम से रोजगार के अवसर प्रदान करना है.जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक संतोष कुमार सोनू ने बताया कि बिहार सरकार की एक अहम पहल के तहत तीन से छह साल तक के आंगनबाड़ी जाने वाले बच्चों को हर साल दो सेट पोशाकें दी जाएंगी. इन सिलाई इकाइयों के माध्यम से स्थानीय महिलाओं को रोजगार से जुड़ने का अवसर मिलेगा. सिलाई में दक्ष महिलाओं को इस कार्य से जोड़ा गया है.सिलाई के बाद बने पोषाक को आंगनबाड़ी के मध्यम से बच्चों को उपलब्ध कराया जाएगा. इससे स्थानीय जीविका दीदियों में उत्साह देखा जा रहा है.इस सिलाई इकाई के माध्यम से स्थानीय स्वयं सहायता समूह की महिलाएं अब कपड़ों की सिलाई, यूनिफॉर्म निर्माण और अन्य सिलाई संबंधित कार्यों में प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगी. इसके साथ ही उन्हें बाजार से जोड़ने की योजना भी बनाई गई है, जिससे वे अपनी बनाई हुई वस्तुओं को बेचकर आय अर्जित कर सकें. कार्यक्रम के उद्घाटन में जीविका के सदर प्रखंड के प्रखंड परियोजना प्रबंधक दुर्गेश कुमार और बरबीघा प्रखंड के प्रखंड परियोजना प्रबंधक वरुण कुमार संकुल संघ की प्रतिनिधि सदस्यों, क्षेत्रीय समन्वयक और सामुदायिक समन्वक और स्थानीय लोगों ने भाग लिया.
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