शेखपुरा. जिले में कार्यरत कार्यपालक सहायक ने कैंडल मार्च आयोजित कर अपना आक्रोश व्यक्त किया. वेतन वृद्धि के विरोध में आयोजित इस आंदोलन में कार्यपालक सहायकों ने अपनी पीड़ा व्यक्त की. बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ के बैनर तले सर्वप्रथम जिले के सरकारी कार्यालय में कार्यरत इन कर्मियों ने बैठक आयोजित की. उसके बाद बड़ी संख्या में कैंडल मार्च निकालकर नगर क्षेत्र का भ्रमण करते हुए समाहरणालय तक पहुंचे. इस संबंध में अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए कार्यपालक सहायकों ने बताया कि उनका वेतन पिछले 15 साल से नहीं बढ़ाया गया है. जबकि, इस दौरान महंगाई कई गुना बढ़ गई है. छोटे से मानदेय में उनके घर के काम का चलना मुश्किल हो गया है. दिन-रात लगकर सरकार के सभी डिजिटल कार्य करने में लगे हुए हैं. सरकारी कार्यालय के सभी कार्यों के अलावे मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण का कार्य हो या और कोई विशेष, सभी कार्यों का संपादन यह सभी दिन-रात एक कर करते हैं. आगामी विधानसभा चुनाव में भी इन सभी को डिजिटल काम के लिए लगाए जाने वाला है. लेकिन उनके वेतन वृद्धि के बारे में कोई भी सुनने वाला नहीं है. इन लोगों ने आरोप लगाया कि सरकार के वित्त विभाग द्वारा उनके काम के समतुल्य वेतन देने की अनुसंशा की जा चुकी है. लेकिन, बीच के अधिकारियों के मनमानी और हठधर्मिता के कारण इन्हेंउसे वेतन वृद्धि का लाभ नहीं मिल पा रहा है. इन कर्मियों ने मांगे नहीं माने जाने के बाद अपने आंदोलन को और तेज करने की धमकी दी है. कार्यपालक सहायक अब अपने अपमान को बर्दाश्त नहीं करेंगे. इसके लिए वह सभी एकजुट होकर बिहार राज्य कार्यपालक सेवा संघ के निर्देशों के आलोक में आने वाले दिनों में अपने आंदोलन को और तेज करेंगे.
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