बिहारशरीफ. नालंदा जिले में एनएच-33 (पुराना एनएच-110) के चौड़ीकरण और बाइपास निर्माण की प्रक्रिया को गति देने के लिए मंगलवार को एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक परामर्श बैठक आयोजित की गयी. सांसद कौशलेंद्र कुमार और जिलाधिकारी कुंदन कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में हुई इस बैठक में परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) पर चर्चा कर प्रभावित क्षेत्रों के प्रतिनिधियों और अधिकारियों से सहमति बनाई गई. परियोजना के तहत अरवल-बिहारशरीफ मार्ग को वर्तमान की दो लेन से चौड़ा करके चार लेन (2×7 मीटर) का किया जायेगा. इसके साथ ही यातायात की भीड़ से निजात दिलाने के लिए जिले में दो बाईपास और एक एलीवेटेड स्ट्रक्चर का निर्माण प्रस्तावित है. तेलहाड़ा बाईपास का कुल लंबाई 2.57 किलोमीटर (इसमें 0.4 किमी रियलाइनमेंट शामिल). परवलपुर एलीवेटेड रोड में 1.2 किलोमीटर लंबे एलीवेटेड स्ट्रक्चर का निर्माण. बिहारशरीफ बाईपास में कुल लंबाई 3.03 किलोमीटर. इस अवसर पर सांसद श्री कुमार ने कहा कि इस परियोजना से न केवल जिले के यातायात की स्थिति में सुधार होगा, बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी गति मिलेगी. डीएम श्री कुमार ने परियोजना के शीघ्र और अवरोध-मुक्त क्रियान्वयन के लिए सभी विभागों को समन्वय बनाकर काम करने के निर्देश दिये. बैठक में ग्रामीण विकास विभाग के माननीय मंत्री प्रतिनिधि राजेंद्र प्रसाद, अपर समाहर्ता, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता एवं सहायक अभियंता तथा तीनों अंचलों के अधिकारियों व अन्य मौजूद थे. एनएच-33 अरवल से शुरू होकर पश्चिम बंगाल के फरक्का तक जाता है. नालंदा जिले में यह तेलहाड़ा (54 किमी) से बिहारशरीफ (89 किमी) तक फैला है. वर्तमान स्थिति में 7 मीटर चौड़ा दो-लेन रोड है. भविष्य की योजना में इसे 14 मीटर चौड़े चार-लेन रोड में विकसित किया जायेगा. कुल बाइपास पूरे मार्ग में सात स्थानों पर बाइपास बनाने का प्रावधान है.
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