Bihar के Valmiki Tiger Reserve (VTR) में बरवा काला निवासी रामप्रसाद उरांव बुधवार की सुबह बरवा मैदान के समीप अपने धान के खेत में अपनी पत्नी, बेटी तथा बहू के साथ मिलकर धान की सोहनी कर रहे थे. इसी बीच अचानक बाघ ने आकर उनपर हमला कर दिया. मौके पर मौजूद उनकी पत्नी बुलकी देवी ने बाघ का सामना किया मगर बाघ रामप्रसाद को अपना शिकार बनाकर घसीटते हुए गन्ने के खेत में लेकर चला गया. घटना की जानकारी मिलते ही आस पास के खेतों में काम रहे मजदूर तथा स्थानीय लोगों की भारी भीड़ मौके पर जमा हो गई है. बता दें कि बीते नौ महीने में बाघ के सातवीं हमले में छह की मौत हो गयी है. जबकि अभी भी एक व्यक्ति जिंदगी और मौत से जूझ रहा है.
घटना के बाद लगभग एक घंटे इंतजार के बाद मौके पर स्थानीय प्रशासन या वन विभाग के अधिकारियों के नहीं पहुंचने के कारण ग्रामीणों ने हो हल्ला करते हुए गन्ने के खेत से बाघ को भगाया तथा मृत किसान राम प्रसाद उरांव के शव को निकालकर बरवा खेल मैदान में लाकर रखा.
घटना बुधवार की सुबह 11 बजे की है. लेकिन दोपहर के 2:15 बजे तक वन अधिकारियों की टीम घटनास्थल पर नहीं पहुंची थी. जबकि वन प्रमंडल दो के डीएफओ डॉ. नीरज नारायण घटनास्थल से करीब तीस किलोमीटर की दूरी पर वाल्मीकिनगर में पहुंचे हुए हैं.
वहीं घटना की सूचना मिलते ही बगहा एसडीएम दीपक कुमार मिश्रा, एसडीपीओ रामनगर सत्यनारायण राम, एएसपी अभियान दिवेश कुमार मिश्र, नौरंगिया थानाध्यक्ष राजेश झा, पठखौली ओपी प्रभारी लालबाबू प्रसाद यादव, लौकरिया थानाध्यक्ष अभय कुमार, बगहा दो बीडीओ जयराम चौरसिया, बीपीआरओ हेमंत कुमार के अलावा तीनों थानों की पुलिस बल मौके पर पहुंचे. एसडीएम ने बताया कि हिंसक हो चुके बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग से एक्सपर्ट बुलाए जा रहे हैं. जो ड्रोन कैमरा, स्नाइपर गन तथा जाल आदि से लैस हैं. उन्होंने बताया कि स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा लॉ एंड ऑर्डर की कोई समस्या ना हो. जिसको देखते हुए उनके नेतृत्व में पुलिस कर्मियों की टीम तथा तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे हुए हैं.