छपरा. सारण में गंगा का जल स्तर लगातार घट रहा है. परंतु अभी भी गंगा खतरे के निशान से 88 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. वहीं नेपाल के द्वारा वाल्मीकिनगर बराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण रेवा घाट के पास गंडक खतरे के निशान 54.41 मीटर से पांच सेंटीमीटर ज्यादा बह रही है. जबकि घाघरा खतरे के निशान से 97 सेंटीमीटर उपर बह रही है. गंगा का खतरे के निशान 48.6 मीटर है. जबकि शनिवार को दोपहर बाद एक बजे गंगा का जलस्तर 49.48 मीटर मापा गया.
वहीं, घाघरा का खतरे के निशान 57.04 सेंटमीटर है. जबकि घाघरा सिसवन में 58.01 मीटर उपर बह रही है. ऐसी स्थिति में भले ही गंगा के जल स्तर में लगातार कमी से बाढ़ प्रभावित लोगों व विभाग के पदाधिकारियों में राहत देखा जा रहा है परंतु गंगा का जल स्तर घटने के कारण जगह-जगह कटाव जारी है. शनिवार को गंगा के किनारे सबलपुर पछियारी तथा माही नदी के 9.5 किलोमीटर बाये तरफ कंट्रीसाइड पर कटाव तथा कटावराधी कार्य का जायजा लेने के लिये बाढ़ नियंत्रण एवं जलसंसाधन विभाग के कई पदाधिकारियों ने छपरा पहुंचकर कटाव स्थल का निरीक्षण किया.
बिहार फ्लड फाइटिंग बोर्ड के अधिकारी ने गंगा के किनारे कटाव स्थलों पर पहुंचकर पूरी स्थिति का जायजा लिया. वहीं जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता संजय कुमार को आवश्यक निर्देश दिया. इस दौरान पूछे जाने पर बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता संजय कुमार ने कहा कि गंडक तथा घाघरा नदियों के जलस्तर बढ़ने के कारण अन्य संभावित कटाव स्थलों पर जहां लगातार तकनीकी पदाधिकारियों एवं मजदूरों के माध्यम से निगरानी तथा कटावरोधी स्थलों का जायजा लिया जा रहा है. जिससे जलस्तर बढ़ने या घटने पर आवश्यकतानुसार कटावरोधी कार्य किया जा सके.