आरा : पटना में हुए दो युवकों के अपहरण के मामले में सूचना मिलते ही भोजपुर पुलिस ने महज कुछ ही घंटे पूरे मामले से पर्दा उठा दिया. साथ ही दोनों अपहृत युवकों को बरामद करते हुए दो अपहरणकर्ताओं को धर दबोचा. मंगलवार को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया. जेल जाने वाले अपहरणकर्ताओं में सीतामढ़ी के राजन कुमार तथा भोजपुर जिले के धोबहां ओपी थाना क्षेत्र के कड़रा गांव निवासी अमित कुमार सिंह हैं. इस घटना के मुख्य मास्टर माइंड मनीष की तलाश जारी है.
बताया जाता है कि पटना के शास्त्रीनगर से दो सगे भाइयों का कथित अपहरण किया गया. दोनों युवकों के बड़े भाई ने इसकी सूचना पटना पुलिस और भोजपुर पुलिस को दी. भोजपुर एसपी सुधीर कुमार पौरिक ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मामले में पुलिस की एक टीम को लगाया और मोबाइल सर्विलांस के आधार पर दोनों युवकों को कड़रा गांव के मठ के बगीचे से बरामद किया गया.
साथ ही दो अपहर्ताओं को भी दबोच लिया गया. बाद में दोनों ने अपनी पहचान बतायी. पूछताछ के क्रम में पुलिस को जानकारी मिली कि पटना में एक गिरोह ने नौकरी लगाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपये लिये हैं, जिसमें बरामद नीतीश और आकाश का बड़ा भाई मुकेश भी शामिल है.
मुकेश पर मनीष कुमार नाम का एक व्यक्ति पैसा का दबाव बनाने लगा. पैसा नहीं मिला तो उसके छोटे दोनों भाइयों को अपहरण करने की साजिश बनायी गयी और वह लगातार युवकों के परिजनों से पैसा का दबाव बनाने लगा. हालांकि प्रथम दृष्टया अपहरण का नहीं बल्कि यह पैसे के लेन-देन का मामला प्रतीत होता है. पैसे के लिए ही दबाव बनाने को लेकर अपहरण का रूप दिया गया.
हालांकि अपहृत युवकों ने बताया कि उन्हें इनोवा गाड़ी से पटना से लायागया था. बहरहाल, पुलिस मामले की छानबीन कर रही है और बुधवार को दोनों का 164 का बयान कोर्ट में कराने के बाद आगे की कार्रवाई पुलिस करेगी. दोनों युवक जगदीशपुर थाना क्षेत्र के नायका टोला निवासी हरेंद्र सिंह के पुत्र नीतीश और आकाश बताये जाते हैं. इस संबंध में युवकों के पिता हरेंद्र सिंह द्वारा मामला दर्ज कराया गया है.
