सुलतानगंज अंचल में प्रस्तावित हवाई अड्डा के लिए 931 एकड़ भूमि अधिग्रहित की जायेगी. भूमि के लिए अनुमानित मुआवजा राशि चार सौ 72 करोड़ 72 लाख रुपये प्रशासनिक स्वीकृति मंत्री परिषद की बैठक में दी गयी. स्वीकृति से हवाई अड्डा निर्माण का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया है. विधायक प्रो ललित नारायण मंडल ने मुआवजा राशि स्वीकृत होने पर पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा सहित मंत्री व सभी जिम्मेदार अधिकारियों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि अब सुलतानगंज का चतुर्दिक विकास और उद्योग, पर्यटन, शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में उन्नति संभव है. हाल ही में भागलपुर जाने से पूर्व प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुलतानगंज में हवाई सर्वेक्षण किया था. उपमुख्यमंत्री की घोषणा के साथ एयरपोर्ट बनने की संभावना मजबूत हुई थी. अब मुआवजा राशि की स्वीकृति मिलने के बाद क्षेत्र में हर्ष का माहौल है. विधायक ने कहा कि गंगा रिवर फ्रंट के निर्माण के बाद एयरपोर्ट निर्माण की स्वीकृति सुलतानगंज के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. हवाई अड्डा बनने से आसपास के सात जिलों भागलपुर, मुंगेर, जमुई, लखीसराय, खगड़िया, बांका और बेगूसराय में आवागमन बहुत सरल और तेज हो जायेगा. एयरपोर्ट के आसपास सिल्क उद्योग, फूड प्रोसेसिंग और अन्य रोजगारोन्मुख उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा. श्रावणी मेला, अजगैवीनाथ मंदिर और गंगा घाट जैसी धार्मिक एवं तीर्थ स्थलों से यात्रियों की संख्या में वृद्धि की संभावना है. एयरपोर्ट बनने से तीर्थ यात्री घंटों की दूरी मिनटों में पूरी कर सकेंगे. सुलतानगंज से भागलपुर की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है, जिसे फोरलेन सड़क मार्ग से मात्र 20 मिनट में तय किया जा सकेगा. सुलतानगंज रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. गंगा नदी पर मुंगेर और सुलतानगंज के पुलों से उत्तरी बिहार का आवागमन आसान होगा. स्थानीय लोगों ने इस निर्णय का स्वागत किया और इसे क्षेत्र के समग्र विकास के लिए ऐतिहासिक बताया.
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