बारिश और तेज हवा के कारण बिजली आपूर्ति विभिन्न जगहों पर बाधित हो से जिले में आइआइटी की तैयारी के लिए होने वाला मॉक टेस्ट शुक्रवार को प्रभावित हो गया है. मालूम हो कि जिले के 215 आइसीटी लैब में मॉक टेस्ट पूर्व निर्धारित था, लेकिन महज 12 से 15 स्कूलों में ही मॉक टेस्ट हो पाया. एमआइएस प्रभारी मनोज शाही ने बताया कि अब शनिवार को जिले के सभी आइसीटी लैब वाले स्कूलों में माॅक टेस्ट का आयोजन होगा. जो स्टूडेंट्स टेस्ट में शामिल नहीं हो सके, वह शनिवार को टेस्ट दे सकेंगे. उन्होंने बताया कि बिजली नहीं रहने की वजह से ऐसी समस्या उत्पन्न हुई है. आइसीटी के जिला को-ऑर्डिनेटर मो तकी अहमद ने बताया कि जिले के आइसीटी लैब वाले स्कूलों में आइआइटी-जेइइ का मॉक टेस्ट तीन पालियों में होगा.
स्कूलों में कराये गये 144 डीप बोरिंग की होगी जांच
जिले के विभिन्न स्कूलों में कराये गये 144 डीप बोरिंग की जांच होगी. डीइओ राजकुमार शर्मा ने बताया कि 144 बोरिंग का कार्य पूरा कर लिया गया है. जहां पर जिस स्तर पर शुद्ध पेयजल जो पीने योग्य है आ जा रहा है वहीं तक बोरिंग की जा रही है. अगर कोई भी एजेंसी या प्रधानाध्यापक मिली भगत से 120 फीट बोरिंग कराकर और उसे 280 फीट बताया है, तो जांच में पकड़े जाने पर कार्रवाई होगी. वहीं सात भूमिहीन विद्यालयों के लिए अब तक टेंडर प्रक्रिया नहीं हो पायी है, उसे भी टेंडर प्रक्रिया में लाकर जल्द से जल्द काम पूरा करने का निर्देश दिया गया था. इसको लेकर डीइओ ने बताया कि 20 भूमिहीन स्कूलों में भवन निर्माण के लिए पहले फेज में निवेदन निकल गयी, तो सिर्फ चार निविदा सफल पायी गयी थी, जिनका काम चल रहा है. शेष 16 स्कूलों के लिए दूसरे फेज में निविदा निकाली गयी, तो उसमें से सात निविदा सफल पायी गयी थी. मालूम हो कि जिले के 594 स्कूलों में डीप बोरिंग होना है.
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