भागलपुर : चैत्र शुक्ल पक्ष शनिवार छह अप्रैल को वासंतिक नवरात्र (चैत्र नवरात्र) शुरू हो रहा है. इसे लेकर शहर के दुर्गाबाड़ी, भागलपुर इंस्टीट्यूट क्लब परिसर, बूढ़ानाथ मंदिर, मशाकचक स्थित दुर्गाबाड़ी, मानिकपुर, नाथनगर कर्णगढ़, नरगा मोहनपुर, अलीगंज, चौधरीडीह महमदाबाद, खलीफाबाग चौक आदि स्थानों पर पूजा की तैयारी अंतिम चरण में है.
कहीं पंडाल सजाये जा रहे हैं, तो कहीं मंदिर में रंग-रोगन कराया गया है. बाजार में पूजन सामग्री व फल का स्टॉक बढ़ा लिया गया है. इसी दिन हिंदू नववर्ष का उत्सव मनाया जायेगा और कलश स्थापन होगा.
बूढ़ानाथ मंदिर में वैदिक विधि-विधान से सुबह कलश स्थापित किया जायेगा. बूढ़ानाथ मंदिर के प्रबंधक बाल्मिकी सिंह ने बताया यहां रोजाना दुर्गा सप्तशती पाठ किया जायेगा. वहीं आदमपुर स्थित शिवशक्ति मंदिर में महंत अरुण बाबा के संचालन में रात्रि आठ बजे हवन-यज्ञ शुरू होगा.
दुर्गाबाड़ी व भागलपुर इंस्टीट्यूट में बांग्ला विधि से पूजन : आर्य धर्म प्रचारिणी सभा(हरि सभा) व भागलपुर दुर्गाबाड़ी की ओर से पांचवी बार वासंती दुर्गा पूजा होगी. यहां पर बांग्ला विधि-विधान से पूजा-अर्चना होगी. दुर्गाबाड़ी के सचिव सुब्रतो मोइत्रा ने बांग्ला विधि-विधान से कलश स्थापना पंचमी पूजा पर 10 अप्रैल को होगी.
पंचमी पूजा को कलश स्थापना के बाद ही प्रतिमा को वेदी पर स्थापित की जायेगी. शारदीय पूजा में बोधन होता है, लेकिन इसमें नहीं. महाअष्टमी के दिन अन्नपूर्णा पूजन भी होगा. रामनवमी के दिन भगवान राम की भी पूजा होगी. उन्होंने बताया कि इस बार भी सप्तमी, अष्टमी व नवमी को भोग का वितरण किया जायेगा.
तीनों दिन सांस्कृतिक आयोजन होगा. मानिक सरकार स्थित भागलपुर इंस्टीट्यूट क्लब में भागलपुर वासंती पूजा कमेटी की ओर से चैती दुर्गा मां की पूजा होगी. इसे लेकर दो दिन पहले गुरुवार को मेढ़ पूजा हुई. पूजन में तरुण घोष, अशोक सरकार, तापस घोष, अभय घोष सोनू आदि शामिल हुए.