बेतिया. शिकारपुर थाना क्षेत्र के मलहदिया के इम्तियाज की हत्या मामले में पुलिस की ओर से किया गया खुलासा चौकाने वाला है. इम्तियाज की हत्या में शामिल उसके दो दोस्त साजिद हुसैन एवं फैज अरशद ने पुलिस पूछताछ में जो जानकारी दी है, वह हैरत करने वाला है. गिरफ्तार साजिद एवं फैज ने पुलिस को बताया है कि इम्तियाज और यह दोनों आपस में गहरे दोस्त थे. तीनों रोजाना 8 से 9 घंटे आनलाइन मोबाइल गेम फ्री फॉयर में समय व्यतीत करते थे. इम्तियाज अपने दोनों दोस्तों के मुकाबले फ्री फॉयर गेम में अच्छा प्रदर्शन करता था और प्रो प्लेयर बन गया था. इसको लेकर साजिद व फैज उससे द्वेष रखने लगे थे. पुलिस की माने तो इम्तियाज अपने इस्टांग्राम एकाउंट पर भी अपने गेम के प्रदर्शन की फोटो व वीडियो अपलोड करता था. इसको लेकर तीनों की दोस्ती में दरार आ गई थी. इसी बीच एक ही लड़की से तीनों के एकतरफ प्यार का भी मामला आ गया. गिरफ्तार अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि वे तीनों एक ही लड़की को चाहते थे. चूंकि इम्तियाज गेम में अच्छा था, इसकी वह लड़की को इम्प्रेस करने लगा था. ऐसे में साजिश व फैज से इम्तियाज को रास्ते से हटाने का प्लान किया. एसपी डॉ शौर्य सुमन ने बताया कि 12 अप्रैल को घटना के दिन योजना के तहत साजिद व फैज ने इम्तेयाज अली को हरदिया चौक पर बुलाया. चानकी गढ़ घूमने के बहाने बाइक पर बैठाकर हरिनगर ले गये. वहां कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर इम्तियाज को पिला दिया. इम्तियाज के नशे में आते ही दोनों उसे बाइक से तौलाहा रेलवे ट्रैक के पास ले गये और गला रेतकर हत्या कर दी. एसपी ने बताया कि दोनों के निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू एवं बाइक भी बरामद कर लिया गया है. एसपी ने बताया कि गठित दल में नरकटियागंज एसडीपीओ जयप्रकाश सिंह, तकनीकी शाखा के ज्वाला कुमार सिंह, शिकारपुर थानाध्यक्ष अवनीश कुमार सिंह, अनुज कुमार सिंह, अपर थानाध्यक्ष मिथलेश कुमार, तकनीकी शाखा के नरेश कुमार, अजय कुमार चौधरी, शिकारपुर थाना के जितेंद्र कुमार शामिल थे. गिरफ्तार अभियुक्त साजिद हुसैन एवं फैज अरशद मल्दहिया के निवासी ही है. ————————– साजिद व फैज के चेहरे पर नहीं दिख रहा था जिगरी दोस्त के खोने का गम एसपी ने बताया कि गिरफ्तार साजिद व फैज का बॉडी लैंग्वेज इस खुलासे की अहम कड़ी साबित हुई. पुलिस इन दोनों पर नजर रखे हुई थी. इम्तियाज और यह दोनों आपस में गहरे दोस्त थे, लेकिन इम्तियाज की हत्या की सूचना मिलने के बाद इन दोनों के चेहरे पर अपने जिगरी दोस्त के खोने का कोई गम नहीं दिख रहा था. शक के आधार पर पुलिस ने इन दोनों का टॉवर लोकेशन खंगाला तो सभी कड़ी आपस में जुड़ते चले गये. दोनों से पूछताछ की गई तो दोनों के बताये गये जगह पर इनका टॉवर लोकेशन नहीं मिला. कड़ाई से पूछताछ करने पर दोनों ने अपना जुर्म कबूल लिया और पुलिस ने इस मामले का खुलासा कर दिया. ————————————- साजिद व फैज को अपने बेटे जैसा मानती थी इम्तियाज की मां बता दें कि मलदहिया गांव का इम्तियाज अपने पांच बहनों में इकलौता भाई था. घर का दुलारा होने के बाद पूरा परिवार उसे लाड प्यार करता था. ऐसे में वह ज्यादा समय मोबाइल गेम खेलने में ही व्यतीत करता था. अब मोबाइल गेम ही हत्या की वजह बन जाने से गांव के लोग सन्न है. परिजनों का रो-रो बुरा हाल है. जिन साजिद व फैज को इम्तियाज की मां अपने बेटों जैसा प्यार करती थी. घर आने पर चाय नाश्ता कराती थी. उन्हीं दोनों ने उनके जिगर के टूकड़े को उनसे छीन लिया. अब घर में मातम पसरा है.
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