बेगूसराय. बेगूसराय में मौसम विभाग के पूर्वानुमान तहत शनिवार की रात करीब 11 बजकर 50 मिनट पर मौसम ने अपना रंग बदलना शुरू कर दिया था. रात के 12 बजते ही हल्के से हवा ने तेज आंधी और तूफान का रूप ले लिया. जैसे ही बारिश शुरू हुई कि बिजली के कटने से पूरा शहर अंधकारमय हो गया. करीब डेढ़ घंटे तक तेज गर्जन-आंधी-तूफान व झमाझम बारिश होती रही. डेढ़ घंटे के बाद बारिश तो खत्म हो गयी, लेकिन बिजली नहीं आ सकी. मौसम के रुख बदलते ही बिजली ने भी अपना रूख बदलना शुरू कर दिया है. बिजली व्यवस्था इतनी चरमरा गयी कि आंधी-तूफान व बारिश के खत्म होने के 12-12 घंटे बाद बिजली चालू हो सकी. वो भी कुछ मिनटों के लिये ही. दोपहर के 12 बजे के बाद जिले के अन्य क्षेत्रों समेत फीडर-05 के बिष्णुपुर क्षेत्र में 12 घंटे बाद बिजली आई, और फिर हर 15 मिनट पर ट्रिप करती रही.
डंडारी में आंधी-तूफान में दर्जनों घर गिरे, पोल उखड़ने से बिजली आपूर्ति ठप
डंडारी. प्रखंड क्षेत्र में शनिवार की रात को आए भीषण आंधी-तूफान व मूसलाधार बारिश से जहां फसल को भारी नुकसान तो हुआ ही है वहीं दर्जनों घर, पेड़ एवं बिजली के पोल व तार भी धराशायी हो गए. फलस्वरूप जहां दर्जनों गरीबों का आशियाना उजड़ गया.. वहीं विद्युत आपूर्ति भी बुरी तरह से प्रभावित हो गया है. सड़क पर जगह-जगह पेड़ के गिरने से आवागमन भी प्रभावित हो गया. हलांकि समय रहते सड़क पर से पेड़ को ग्रामीणों की मदद से हटाकर आवागमन को चालू कर दिया गया है. आंधी-तूफान व तेज बारिश से विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है. लोगों को मोबाइल चार्ज करना भी मुश्किल हो गया है. विभाग क्षति के आंकलन में जुट गया है. विद्युत अधिकारी स्वंय विद्युत आपूर्ति बहाल करने की दिशा में तत्पर हैं. विभागीय जेई मोनू कुमार ने बताया कि दर्जनों की संख्या में उखड़े पोल को फिर से दुरुस्त किए जा रहे हैं. मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष मो.अहसन, जिप अध्यक्ष सुरेंद्र पासवान, प्रमुख तनवीर अहमद,उपप्रमुख कैलाश यादव, मुखिया अमरजीत सहनी,आदित्यराज वर्मा, विभा कुमारी, कल्याणी देवी,संजू देवी, इंद्रदेव राय, अवनिश कुमार, मुखिया प्रतिनिधि अशोक कुमार सिंह, राजेश तांती, रामउदगार महतों आदि ने जिला प्रशासन से सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है..बखरी में लोगों के आशियाने क्षतिग्रस्त, ठनके से मवेशी की मौत
बखरी. शनिवार को प्रखंड तथा नगर क्षेत्र के कई इलाके में देर रात्रि आए तेज आंधी-तूफान ने जमकर तबाही मचाई. आंधी-पानी ने कई घरों का छप्पर उड़ा दिया.जिससे लाखों रुपए की क्षति होने का अनुमान लगाया जा रहा है. वहीं कई घरों के ऊपर पेड़ की डाली टूटकर गिर गई. इसके अलावा बखरी–मंझौल,बखरी–हरपुर और बखरी–खगड़िया पथ पर भी कई जगहों पर पेड़ गिर गए.जिसे स्थानीय लोगों ने काटकर सड़क से हटाया.तूफान ने कई घर का पूरा छप्पर उड़ाकर बाहर फेंक दिया.वहीं बागवन में पेड़ गिरने से घर के सभी सदस्य बाल बाल बच गए.थोड़ी देर के लिए क्षेत्र अस्त-व्यस्त हो गया.छोटे झोपड़ी में जो दैनिक दुकान लगाते हैं,वे भी उड़ गए.आंधी तूफान और वर्षा का असर सबसे अधिक बहुआरा पंचायत में देखने को मिला है.इस बाबत पंचायत के मुखिया जनार्दन यादव ने बताया कि तूफान के कारण कई लोग को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.वही चमराही के वार्ड चार निवासी कमलेश्वरी महतों की ठनका के चपेट में आने से गाय की झुलस कर मौत हो गई है.इसके अलावा कई परिवार को खाना बनाने,रहने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.आए दिन तेज आंधी-पानी से लोग काफी परेशान हैं.साथ ही लोगों को भारी नुकसान पहुंच रहा है.इसके अलावा खेत में लगे फसल मक्का,राहर,गेहूं,केला,गेंदा फूल आदि को भारी क्षति हुई है.चेरियाबरियारपुर में दर्जनों एस्बेस्टनुमा घर को नुकसान
चेरियाबरियारपुर. शनिवार की देर रात्रि तेज आंधी और बारिश की भेंट चढ़ी कई एलवेसटस का घर उड़ कर क्षतिग्रस्त हो गया. जानकारी के अनुसार इस दौरान क्षेत्र में दर्जनों घर क्षतिग्रस्त हुआ है. मेहदा शाहपुर पंचायत के वार्ड नंबर 01 में नीतीश कुमार महतो एवं भोमल महतो के घर का भी एलवेसटस उड़ गया. जिसके फलस्वरूप गृहस्वामी को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. उक्त बाबत पीड़ित नीतीश कुमार ने बताया कि हाल ही में महाजन से कर्ज लेकर एलवेसटस का घर बनाए थे. परंतु आंधी बारिश ने सब-कुछ बर्बाद कर दिया. सूचना पर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अभिषेक सांध्याल उर्फ बम-बम सिंह मौके पर पहुंचे. तथा टूटे हुए क्षतिग्रस्त घर को देखकर पीड़ित परिवार को हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया.बेमौसम बारिश व तेज हवा से किसान हलकान
चेरियाबरियारपुर. बेमौसम की हुई बारिश एवं तेज गति से पछुआ हवा चलने से प्रखंड क्षेत्र के किसान हलकान हैं. जानकारी अनुसार सर्द हवा के साथ आई बारिश ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर कर रख दिया है. वहीं बड़े पैमाने पर पेड़-पौधा गिर जाने के कारण बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सबसे अधिक गेहूं के फसलों के साथ साथ सब्जी के फसलों की भी भारी क्षति हुई है. जिसके फलस्वरूप पैदावार में भारी गिरावट होने की संभावना प्रबल हो गई है. जबकि आम के पेड़ पर लगे टिकोला बड़ी संख्या में गिर गया है. जिससे आम एवं लीची के फसल का भी बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. इस संबंध में क्षेत्र के बड़े किसानों में से एक कारी सिंह, ताराकांत सिंह, किसान सह कांग्रेसी नेता सतीश कुमार वीरू, अवनीश कुमार सिंह, सुबोध महतो, रंजीत सिंह, अनमोल कुमार शरण, मो मोकीम, सहित अन्य लोगों ने बताया सबसे अधिक नुकसान गेहूं के फसल का हुआ है. दर्जनों एकड़ में लगे गेहूं का फसल पक कर तैयार है. हालांकि बहुत सारे किसानों ने गेहूं की दौनी कर अनाज घर ले आए हैं. परंतु अब भी लगभग 30 प्रतिशत गेहूं खेतों में लगा है. बहुत सारे खेतों में गेहूं का फसल काटकर पसरा हुआ है. कुछ खेतों में बोझा बांधकर कांड़ लगा दिया गया है जो अब बारिश के सबब पानी में सराबोर हो चुका है. जिसे सुखाकर पुनः दौनी करने में किसानों को फजीहतों का सामना करना पड़ेगा. किसानों की मानें तो बेमौसम की बारिश ने जहां किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिए हैं. वहीं बारिश के सबब हल्कि ठंड भी बढ़ गई है. वहीं हल्के तौर पर मक्का के फसल की भी क्षति हुई है. जबकि प्रकृति के मार के आगे बेबस किसानों की सुधि लेने वाला कोई नहीं है. बहुत सारे किसान कर्ज लेकर एवं जेवरातों को बंधक रखकर इस उम्मीद से नगदी फसल लगाए थे. कि अच्छी पैदावार होने पर लाभ होगा. परंतु बेमौसम की बारिश ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है. वहीं किसानों ने जिला कृषि पदाधिकारी से क्षति हुई फसलों का निरीक्षण करवाकर उचित मुआवजा देने की मांग की है.चेरियाबरियारपुर में बिजली का तार टूटकर घर पर गिरा, हताहत नहीं
चेरियाबरियारपुर. शनिवार की रात्रि आई तेज पछुआ हवा के साथ आंधी एवं बारिश के दौरान घर के उपर से गुजर रहा बिजली का तार टूटकर घर पर गिर गया. जानकारी के अनुसार उक्त हादसे में किसी प्रकार के जान-माल का नुक़सान नहीं हुआ है. परंतु तार गिरने के बाद तेज चरचराहट के साथ बिजली कट गई. इसके बाद लोगों की जान में जान आई. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त हादसा मेहदा शाहपुर पंचायत के वार्ड नंबर 01 में हुई है. उक्त बाबत पीड़ित गृहस्वामी राम दुलार महतो एवं लाखो महतो ने बताया कि उक्त घटना लगभग रात के साढ़े 11 बजे घटी है. तार गिरने के बाद वहां पर कुछ देर के लिए अफ़रा-तफ़री की स्थिति उत्पन्न हो गई. इस दौरान पीड़ितों के द्वारा बिजली विभाग के मिस्त्री को दुरभाष पर जानकारी दी गई. रात होने के कारण बिजली विभाग से कोई रिस्पांस नहीं मिला. अलबत्ता बिजली कट हो जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली. वहीं पीड़ित परिवार के द्वारा बताया गया कि विगत तीन वर्षों से बिजली विभाग से घर के उपर से गुजर रहे बिजली के तार को हटाने का अनुरोध किया जा रहा है. परंतु विभाग के स्तर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. फलत: हमलोग हथेली पर जान रखकर यहां जीवन यापन करने को मजबूर हैं.सुबह में पहुंचे बिजली विभाग के कर्मियों का लोगों ने जताया विरोध
रविवार की सुबह सवेरे बिजली विभाग के कर्मी एवं मिस्त्री जैसे ही बिजली का तार जोड़ने वार्ड नंबर 01 मेहदा शाहपुर स्थल पर पहुंचे. तभी पीड़ित मुहल्ले वासियों ने तार जोड़ने से मना करते हुए जमीन पर गिरे तार पर बैठकर विरोध जताने लगे. इस दौरान लोगों ने बिजली विभाग के कर्मियों के समक्ष वबाल काटते हुए घर के उपर मात्र पांच फुट की दूरी से गुजर रहे बिजली तार को हटाकर घर के बगल से ले जाने की ज़िद पर अड़ गए. परंतु बिजली विभाग के कर्मी लोगों को समझाने बुझाने में जुटे रहे कि हमलोग तार को और उपर उठा सकते हैं. परंतु बिजली का खंभा हटाकर बगल करना संभव नहीं है. इसके उपरांत सूचना पर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अभिषेक सांध्याल उर्फ बम-बम सिंह स्थल पर पहुंचे. तथा आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर शांत कराने में जुट गए. इस दौरान मुखिया प्रतिनिधि ने बिजली विभाग के कर्मियों से बिजली का पोल दूर-दूर रहने के कारण लूज तार रहने तथा तेज हवा के दौरान आपस में टकराकर चिंगारी निकलने एवं तार टूटकर गिरने पर सवालिया निशान खड़ा किया. बोले बिजली विभाग की उदासीन रवैया के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. उन्होंने बिजली पोल की दूरी कम कर तार को उपर उठाने तथा पूरी तरह से टाइट करने की बात कही. तब जाकर लोगों का आक्रोश शांत हुआ. तथा बिजली विभाग के कर्मी पोल गारकर टूटे हुए तार को जोड़ने में जुट गए.नावकोठी में आंधी व तूफान का काफी दिखा असर
नावकोठी. प्रखंड क्षेत्र में शनिवार और रविवार के मध्य रात्रि को आये भीषण प्रलयंकारी आंधी तूफान और बारिश से पूरे क्षेत्र में भारी जान माल के नुकसान हुई है. बिजली की आपूर्ति पूरी तरह ठप है.जगह-जगह बिजली के खंभे एवं तार पोल के क्षतिग्रस्त होने के कारण बिजली व्यवस्था सुचारू रूप से चालू होने में सोमवार तक की उम्मीद लगाई जा रही है. वहीं बड़े-बड़े बरगद और पीपल आम आदि के सैकड़ों पेड़ के धराशायी हो जाने के कारण इसके जद में दुकान मकान,ट्रैक्टर एवं पिकअप वाहन वगैरह क्षतिग्रस्त हुआ है.महेशवारा पंचायत के वभनगामा में बरगद का पेड़ सुलेखा देवी के किराना दुकान को आनंदी साह एवं रामचंद्र साह के वाहन पीकअप भान तथा घर पर गिरकर गाड़ी के बॉडी चेचिस को ध्वस्त कर दिया.भुट्टु पंडित के बथान पर पेड़ गिरने से गाय मर गयी. वर्धन कुमार का मुर्गा फाॅर्म का छत तेज आंधी के कारण हवा में उड़ा. मो नौशाद,मो अहमद हुसैन, दुलारू शर्मा,नंदन चौधरी, वर्धन कुमार के एस्बेस्टस ध्वस्त हो गया.सौ साल पुराना बटवृक्ष पहसारा पूर्वी पंचायत के शिवमंदिर गम्हरिया में जमीन से उखड़ गयी इसके चपेट में राजो महतो,भोला कुमार और राजकिशोर महतो का घर पूरी तरह जमींदोज हो गया. हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुई. नावकोठी सहित रजाकपुर,समसा,विष्णुपुर,हसनपुर बागर,डफरपुर में भी दर्जनों घर के छत को हवा ने उड़ा दिया.लोग खुले आसमान में रहने को विवश है. प्रखंड क्षेत्र के सभी गांव में बारिश और तूफान का प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है.बेमौसम बारिश और तूफान ने किसान के ऊपर कुठाराघात किया है. इसमें सैकड़ों एकड़ लगे मक्के की फसल एवं गेहूं की तैयार फसल धराशायी हो गयी है.इससे किसान की लागत पूंजी डूब गया है.क्षति पूर्ति के लिए पहसारा पैक्स अध्यक्ष रणवीर कुमार,शिवेश रंजन सिंह,मुखिया राष्ट्रपति कुमार,दिनेश यादव पूर्व उप मुखिया अनिल महतो आदि ने कृषि विभाग से मुआवजे की मांग की है. राजस्व विभाग के प्रभारी राजस्व अधिकारी अखिलेश्वर राम विभिन्न पंचायत के राजस्व कर्मचारी क्षेत्र भ्रमणकर लोगों को हुए भारी नुकसान का प्रतिवेदन तैयार करने में जुटे हुए हैं मुखिया राष्ट्रपति कुमार अजय सहनी दिनेश यादव,विजय पासवान,अभिषेक कुमार,मुखिया प्रतिनिधि रंजीत कुमार पमपम,टुनटुन पोद्दार,मुकेश पासवान,रामनाथ बुडुल आदि ने क्षति आकलन हेतु विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने की मांग की है.लगभग चौदह घंटे से बिजली आपूर्ति बंद
बिजली रोजमर्रे की चीज बन गयी है.इसके बिना लोगों का एक पल जीना मुश्किल हो गया है किन्तु शनिवार को आयी आंधी, तूफान के कारण बिजली लगभग चौदह घंटे से गुम हो गयी है.इसका कारण इस आंधी में जगह-जगह पोल,तार के टूटे रहने,तार पर पेड़ गिरकर क्षतिग्रस्त करने आदि हैं.बताया गया कि बभनगामा स्थित बूढ़ी गंडक नदी के पास 132 केवी मंझौल-बखरी लाइन का पाइल टावर स्थान संख्या-57 ध्वस्त हो गया जिससे बिजली आपूर्ति बाधित हो गयी.जेई नीरज कुमार सहित मानव बल सुबह से ही बिजली आपूर्ति बहाल करने में लगे हैं.समाचार प्रेषण तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पायी थी.बखरी में 132 केवी ट्रांसमिशन लाइन का टावर गिरा, पावर सप्लाइ बाधित
बखरी. बखरी में आंधी तूफान से बिजली व्यवस्था इलाके में पूरी तरह से चरमरा गई है.मंझौल से बखरी सबग्रिड को जोड़ने वाले 132 केवी ट्रांसमिशन लाइन का टावर मोहनपुर नहर के पास गिर गया है.जिससे यहां पावर सप्लाई बाधित हो गया है.वहीं करीब दो दर्जन बिजली के खंभे भी टूट कर गिर गए हैं.हालांकि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत यहां बिजली चालू करने की कवायद की गई है.लेकिन शाम के 4 बजे तक केवल एक फीडर को चालू करने में सफलता मिली है.वहीं अन्य फीडरों को चालू करने के लिए बिजली कर्मी लगे हुए थे.इस संबंध में बिजली कंपनी के जेई रवि कुमार ने बताया कि 11 हजार और 440 वोल्ट के कुल 19 बिजली के खंबे इस तूफान में टूट गए हैं.जिस कारण इलाके में विद्युत व्यवस्था चरमरा गई है।बखरी मंझौल के बीच ट्रांसमिशन लाइन में परेशानी होने के कारण पावर सप्लाई पूरी तरह से बाधित है.वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बखरी पावर सब स्टेशन से डरहा फीडर को चालू किया गया है,जो कि शाम के 4 बजे से पहले चालू हो गया है.वही अन्य फीडरों को भी चालू करने के लिए विद्युत कर्मियों द्वारा प्रयास किया जा रहा है.जल्द ही सभी फीडरो को चालू कर दिया जाएगा.इधर बिजली कंपनी के एसडीओ राजीव रंजन ने बताया कि ट्रांसमिशन लाइन के कर्मियों द्वारा फिलहाल बखरी सबग्रिड को वैकल्पिक लाइन से जोड़कर चालू किया जा रहा है.वही जो ट्रांसमिशन टावर गिरा है,उसे भी दुरुस्त करने की कवायद चल रही है.बखरी सब स्टेशन का एक फीडर चालू हो गया है,शेष भी जल्द चालू हो जाएगा.सुबह 4 बजे से ही कर्मी लगे हुए है.बलिया में आफत बनकर आयी आंधी
बलिया. लगातार हो रही बारिस एवं आंधी क्षेत्र के किसानों के लिये आफत बनकर बरसी है. बुधवार एवं गुरूवार को हुई बेमौसम बरसात ने एक ओर जहां किसानों के दिलों की धड़कने तेज कर दी है. साथ ही शनिवार की देर रात तेज आंधी के साथ हुई बारिस ने तो रही सही कसर पूरी कर दी. शनिवार की देर रात आई आंधी से क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी. पूरे अनुमंडल क्षेत्र में में ब्लै आउट हो गया. बताया जाता है कि 1 लाख 32 हजार केबीए का पोल क्षतिग्रस्त हो जाने से बलिया पावरग्रीड से दिये जाने वाले बिजली पूरी तरह प्रभावित है. इस संबंध में विभाग के कनीय अभियंता ने बताया कि आंधी के कारण क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था चरमरा गयी है. जहां विद्युत व्यवस्था बहाल को लेकर युद्ध स्तर पर कार्य किये जा रहे हैं. जबकि कुछ क्षेत्रों में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बेगूसराय से विद्युत बहाल किये जा रहे हैं. जिसके तहत बलिया नगर परिषद क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था बहाल करा दिये गये हैं. जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी कार्य किये जा रहे हैं. मौसम के अचानक करवट लेने से किसान परेशान हो गये हैं. देखते ही देखते हवा के साथ तेज बारिस ने एक ओर जहां लोगों को गर्मी से राहत तो दी है. परन्तु यह बेमौसम बरसात किसानों के लिये आफत बनकर बरसी है. तेज हवा के साथ हुई बारिश से खेत में लगे गेहूं की फसल पूरी तरह जमीनदोज हो गयी है. जबकि मक्के की भी फसल को नुकसान हुआ है. जो गेहूं खेत में कट कर पड़े हुये हैं. उसके भी नुकसान होने की आशंका किसानों को परेशान कर रही है. लगातार हो रही बारिश के कारण किसानों के पैदावार पर भी असर तो पड़ा ही है. साथ ही अब पके हुये फसल को घर लाना किसी चुनौती से कम नहीं है.खोदावंदपुर में रातभर बिजली रही गायब, अंधेरे में कटी लोगों की रात
खोदावंदपुर. शनिवार की रात प्रखंड क्षेत्र में तेज हवा के साथ हुई बूंदाबांदी से रातभर बिजली नदारद रही. संपूर्ण खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र में अंधेरे का राज्य रहा. लोगों को अंधेरे में पूरी रात बितानी पड़ी.बिजली नहीं रहने के कारण रविवार की सुबह में बिजली गायब रहने से कहीं भी नल जल योजना से पेयजलापूर्ति नहीं हुई,जिसके कारण लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ा. रविवार को दोपहर के समय बिजली आने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली. वहीं दूसरी ओर तेज हवा के कारण खेतों में लगी गेहूं फसल धराशायी हो गया. कटे हुए गेहूं के फसल भींग गये. दौनी का कार्य बाधित रहा. किसानों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है