कठिनाई में रह रहे हैं कल्पवासी
बीहट : राजकीय कल्पवास मेला प्रारंभ हुए एक सप्ताह हो चुका है लेकिन अब भी मेला क्षेत्र में सरकारी सुविधाओं के नाम पर महज खानापूर्ति ही हो रही है.जिससे कल्पवासी खिन्न नजर आ रहे हैं.गंगा घाट में साफ-सफाई की बात हो तो यहां भी व्यवस्था अधूरी ही दिखायी पड़ती है. कल्पवासियों के पर्णकुटीर में लगी हुई गंदगी का अंबार शासन-प्रशासन की व्यवस्था की पोल खोलती है.कल्पवासियों ने बताया कि घाट किनारे रोशनी अपर्याप्त है .
जिसके कारण असुविधा होती है.मेला समिति के उपाध्यक्ष राम नरेश चौधरी,सचिव राम रतन झा,गंगा सेवा समिति के सचिव धीरज झा,रामजी झा सहित अन्य लोगों ने बताया कि मेला क्षेत्र में सफाई की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है.उन्होंने कहा प्रशासनिक भवन के समीप शौचालय को शीघ्र चालू करने की जरूरत है.
वहीं संपर्क पथ पर लगे बैरियर पर ड्यूटी करते पुलिसकर्मियों ने बताया वाहन पड़ाव स्थल पर रोशनी और चापाकल की जरूरत है.रात में वाहन पड़ाव स्थल अंधेरे में डूबा रहता है.संबंधित लोगों का ध्यान इस ओर दिलाया गया है लेकिन कोई व्यवस्था नहीं हुई है.अव्यवस्था का आलम यह है कि कबीर मुक्ति धाम के पूरब मेला क्षेत्र का विकास तो कर दिया गया
लेकिन वहां रह रहे कल्पवासी मूलभूत सुविधाओं के लिए टकटकी लगाये हैं.कल्पवासियों ने बताया कि प्रत्येक वर्ष सरकार एवं प्रशासन के द्वारा कल्पवासियों को पर्याप्त सुविधा मुहैय्या करने का दावा करती है लेकिन यह महज घोषणा बनकर ही रह जाती है.इस बार जिलाधिकारी के द्वारा कल्पवास मेला क्षेत्र का निरीक्षण कर संबंधित सभी विभागों के अधिकारियों को मेले को लेकर आवश्यक निर्देश दिया जा चुका है बावजूद इसके कल्पवासियों को अब तक पर्याप्त सुविधा मुहैया नहीं करायी जा सकी है.