धोरैया. प्रखंड के भेलाय पंचायत अंतर्गत तेलौंधा गांव में रविवार को भारी संख्या में ग्रामीणों और किसानों ने सूख रही धान की फसलों को बचाने के लिए सरकार, स्थानीय विधायक और जन प्रतिनिधियों से तत्काल मदद की गुहार लगायी है. किसानों ने एकजुट होकर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि अगर समय रहते नहरों के माध्यम से पानी उपलब्ध नहीं कराया गया, तो उनकी पूरी फसल बर्बाद हो जायेगी. इस गंभीर स्थिति को देखते हुए किसानों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे आगामी विधानसभा चुनाव में वोट नहीं डालेंगे. इस दौरान, स्थानीय समाजसेवी और जिला परिषद उम्मीदवार वाजिद अंसारी ने किसानों से अपने मताधिकार का सही उपयोग करने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने किसानों की समस्याओं को जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों तक पहुंचाने का वादा किया और कहा कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से उठायेंगे. बताया कि हरिपुर से श्रीपाथर तक बहने वाली बितरनी नदी का पानी किसानों के लिए उपलब्ध कराया जा सकता है. उन्होंने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि यह समस्या केवल तेलौंधा गांव तक सीमित नहीं है, बल्कि लगभग सभी छोटे किसानों को इसी तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. छोटे किसानों के पास न तो बोरिंग की सुविधा है, न ही कृषि बिजली और न ही इतने पैसे कि वे अपनी फसल को बचा सकें. ऐसे में वे पूरी तरह से सरकारी मदद पर निर्भर हैं. उपस्थित किसान रामू चौहान, संगीता देवी, कमलेश्वर चौहान, बिहारी चौहान, नंदकिशोर, जनार्दन चौहान, बिनो यादव, रामेश्वर चौहान, बंधु यादव, मानती देवी, शकुंतला देवी, गुड़िया देवी, अंजली देवी आदि ने सरकार और प्रशासन से जल्द से जल्द समाधान निकालने की अपील की है.
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