पीने की पानी के लिए दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर वार्ड की जनता. अमरपुर. शहर को नगर पंचायत का दर्जा मिलने से लगभग 25 वर्ष पूर्ण हो रही है, लेकिन आज तक नगर पंचायत के वार्ड नंबर बारह में पेयजल की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पायी है. शहर के गोला चौंक, बस स्टैंड, पुरानी चौंक से लेकर गोला चौंक वार्ड नंबर बारह की श्रेणी में आता है. जिसमें लगभग दो हजार से भी ज्यादा की आवादी निवास करते हैं. वार्ड नंबर बारह अमरपुर के हृदय स्थली के रूप में प्रसिद्ध है. लेकिन सुविधा के नाम से नगर प्रशासन के द्वारा वार्ड नंबर बारह में सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं. वार्ड नंबर बारह में बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पेयजल योजना का लाभ वार्ड वासियों को नहीं मिल पा रही है. जिस कारण भीषण गर्मी में पेयजल को लेकर दर-दर की ठोकरे खानी पड़ रही है. पीएचडी विभाग के द्वारा लगभग आठ करोड़ की लागत से नगर पंचायत में पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चार-चार जलमीनार बनायी गयी. वार्ड नंबर बारह के कुछ घरो में कनैक्शन भी दिया गया. लेकिन आज तक उन घरो में पानी उपलब्ध नहीं करायी गयी. जबकि दो वर्ष पूर्व ही पीएचडी विभाग के द्वारा आठ करोड़ रूपये की निकासी कर लिया गया. लेकिन कई वार्ड में पानी नहीं पहुंच पाया है. वार्ड निवासी सौरभ भगत, कमल कसेरा, सुजीत कसेरा, संजय साह, महेश साह, गोपाल साह आदि ने बताया कि कई बार वार्ड पार्षद से लेकर जनप्रतिनिधियों से वार्ड नंबर बारह में जलमीनार का निर्माण कर वार्ड वासियों को पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने की गुहार लगायी. लेकिन जगह की कमी का बहाना बनाकर जनप्रतिनिधि व वार्ड पार्षद अपना पल्ला झाड़ लेते हैं. प्रतिवर्ष पेयजल आपूर्ति के नाम पर वार्ड वासियों से होल्डिंग टैक्स में पांच सौ रूपये की अतिरिक्त राशि ले रहे हैं. लेकिन पेयजल आपूर्ति के नाम पर सिर्फ खानापर्ति किया जा रहा है.
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