देव. देव नगर पंचायत के थाना के समीप चल रहे मां काली एवं कार्तिक की प्राण प्रतिष्ठा के छठे दिन यज्ञशाला की परिक्रमा करने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. महिलाओं और युवतियों ने विभिन्न मनोकामना को लेकर परिक्रमा किया किया. वहीं, संध्या कथा वाचन में मानव धर्म के प्रति आस्था से ओतप्रोत प्रसंगों का लोगों ने लाभ उठाया. यज्ञ को लेकर यहां दिन और रात श्रद्धालुओं के आवागमन से चहल-पहल का माहौल बना हुआ है. यज्ञाचार्य एवं उनके सहयोगी पुरोहितों द्वारा सुबह-शाम ध्वनि यंत्र पर पढ़े जा रहे वैदिक मंत्रोच्चार से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है. सुबह और शाम समाजसेवी शक्ति मिश्रा द्वारा भंडारे का आयोजन किया जा रहा है. बड़ी संख्या में भक्त भंडारे में पहुंच कर सेवा दे रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय कथा वाचिका साध्वी शिवाजली किशोरी जी ने कथा का आयोजन किया. अपने कथा के माध्यम से कहा कि जो मन की चित्त की वृत्तियों का हरण करे, जिसको सुन कर मन को आनंद मिले, ऐसा देवी पुराण की कथा से पुण्य की भी प्राप्ति होती है. श्री देवी पुराण कथा सुनने से मनुष्य का संपूर्ण कार्य सिद्ध हो जाता है. भगवती की कृपा प्राप्त हो जाती है. उन्होंने कहा कि कई पुराण ऐसे हैं, जिनकी कथा सुनेंगे तो भक्ति तो मिलेगी पर मुक्ति और भुक्ति नहीं मिलेगी. भुक्ति मतलब भोग. श्री देवी भागवत ही ऐसा ग्रंथ है, जो भक्ति, मुक्ति और भुक्ति तीनों एक साथ प्रदान करता है. जिस मनुष्य को अपने जीवन में एक बार देवी पुराण सुनने का अवसर मिला तो समझ लेना कि आज तक देवी के लिए जो व्रत किया था, उसका संपूर्ण फल आज प्राप्त हो गया है.
यज्ञस्थल पर देवताओं की प्रतिमा बनी आकर्षण का केंद्र
कमेटी के माध्यम से इस महायज्ञ में सभी देवताओं को याद किया गया है. इस तरह यज्ञ मंडप के किनारे- किनारे देवी- देवताओं की प्रतिमा सजायी गयी है, जो आकर्षण का केंद्र बन रहा है. लोग वहां भी पूजन-अर्चन कर सेल्फी ले रहे है.यज्ञशाल परिभ्रमण में सुबह 12 बजे तक भीड़
यज्ञशाला स्थल पर परिभ्रमण के लिए सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. करीब 12 बजे तक भीड़ देखी जा रही है. दूर-दूर से लोग महायज्ञ में शामिल होने आ रहे है. यज्ञ की पूर्णाहुति नौ जून को हवन-पूजन और भव्य भंडारा के साथ होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है