प्रशासन ने श्रद्धालु व स्थानीय लोगों से की सहयोग की अपील वन-वे रूट से श्रद्धालुओं को परेशानियों से मिलेगा निजात औरंगाबाद/देव. सूर्य मंदिर में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को वन-वे रूट की व्यवस्था से गुजरना पड़ेगा. यह रूट मंदिर पहुंचने और बाहर जाने के लिए है, ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ न हो और दर्शन सुलभ हो सके. इस व्यवस्था को लागू करने के लिए सूर्य मंदिर प्रशासन और स्थानीय जिला प्रशासन ने साथ मिलकर भूमिका निभायी है. इस वन-वे रूट से मंदिर में आने और जाने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी. ज्ञात हो कि सूर्य मंदिर देव पौराणिक एवं ऐतिहासिक मंदिरों में एक है. देश के विभिन्न राज्यों से काफी संख्या में श्रद्धालु भगवान भास्कर की पूजा-अर्जना करने पहुंचते हैं. यहां पर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं, नगर वासियों एवं आम लोगों की सुविधा तथा आवागमन को सुचारू रूप से बनाये रखने की आवश्यकता है. यह भी ज्ञात हो कि देव में थाना मोड़, सूर्य मंदिर, देव बाजार व देव गोदाम होकर बड़ी वाहन, चारपहिया, छोटे वाहनों के परिचालन से आवागमन बाधित होता है एवं दुर्घटना भी होते रहती है. ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा समस्याओं के समाधान का एक सार्थक प्रयास किया गया है. वैसे भी दर्शन-पूजन में हो रही परेशानियों को लेकर आम लोगों ने जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया था. अब तमाम परेशानियों से छुटकारा मिलने की उम्मीद बन गयी है. अनुमंडल प्रशासन द्वारा देव आने-जाने वाले श्रद्धालुओं व आम आवाम की सुविधाए, दुर्घटना पर नियंत्रण, आवागमन तथा आम जन जीवन सामान्य बनाये रखने के लिए सुगम यातायात प्रबंधन की व्यवस्था बनायी गयी है. इस नियम को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है.
देव जा रहे है तो समझिये रूट
देव थाना मोड़ से गुजरने वाली वैसे चारपहिया वाहन जिसे पूजा नही कराना है, केवल मंदिर दर्शन एवं पूजा अर्चना करना है, तो वैसे वाहनों को देव थाना मोड़ से पार्किंग के लिए रानी तालाब के पास मोड़ दिया जायेगा. पूजा कराने वाले वाहन रसीद कटा कर आगे जा सकते है. हॉस्पिटल मोड से चारपहिया मोटर वाहन जिन्हें पूजा कराना है वे रसीद के साथ हॉस्पिटल मोड़ से कन्हैया मोड़ पोखरा-कंवल तनुज मोड़ होते हुए पार्किंग स्थल किला मैदान के पास तक जायेंगे और वहीं वाहन लगायेंगे. उसी जगह पर पूजा करायेंगे या सूर्य मंदिर के बगल वाली गली में पूजा करा सकते हैं. हॉस्पिटल मोड़ से सूर्य मंदिर से आने वाली वाहन के लिए वन-वे रखा गया है. बिना रसीद वाले वाहनों को कंवल तनुज मोड़ पर ही रोक दिया जायेगा. चांदनी चौक मोड़ मस्जिद की ओर से सूर्य मंदिर की ओर जाने वाले वाहन को चांदनी चौक से पोखर की ओर मोड़ दिया जायेगा. वे कंवल तनुज मोड़ की तरफ से आ सकते है. बिना रसीद वाले वाहन पोखर के पास पार्किंग करेंगे. सूर्य मंदिर के आगे बाइक जो पूजा कराने के लिए लाये जायेंगे उन्हें सूर्य मंदिर के समीप बैरेकेडिंग लगाकर बैरेकेडिंग के अंदर ही व्यवस्था बनायी गयी है. पूजा कराने के अलावा आने वाले बाइक को पार्किंग स्थल (सूर्य मंदिर किला के समीप) लगाया जायेगा.निगरानी रखेंगे पदाधिकारी
वाहनों की पूजा एवं श्रद्धालुओं के दर्शन पर निगरानी रखी जायेगी. रूट निर्धारण की निगरानी पदाधिकारी करेंगे. अंचल अधिकारी व थानाध्यक्ष आदेश का अनुपालन करेंगे. आदेश का उल्लंघन करने वाले वाहन मालिक एवं चालक पर मोटर वाहन अधिनियम के विभिन्न धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है