अंबा. भारतमाला परियोजना के तहत जमीन अधिग्रहण को लेकर आंदोलन में बढ़-चढ़कर कर हिस्सा लेने वाले किसान नेता व ट्रांसपोर्टर को पुलिस अभिरक्षा में रखा गया. पुलिस की इस कर्रवाई पर किसान नेताओं ने असंतोष व्यक्त किया है. बताया कि पुलिस द्वारा किसान यूनियन के संयोजक वशिष्ठ प्रसाद सिंह, जिला प्रभारी विकास कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष राजकुमार सिंह व सोनबरसा गांव निवासी नरेंद्र राय तथा बलिया गांव निवासी ट्रांसपोर्टर धर्मेंद्र सिंह को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया. हालांकि, शुक्रवार को तकरीबन दो बजे के बाद सभी को छोड़ दिया गया. किसान नेताओं ने बताया प्रधानमंत्री के समक्ष हम अपनी मांगों को न रखें. इसके लिए पुलिस द्वारा कार्रवाई की गयी, जो सरासर अनुचित है. कहा कि किसान संगठन द्वारा भारतमाला परियोजना के तहत वाराणसी कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण के दौरान किये जा रहे भूमि अधिग्रहण का उचित मुआवजा को लेकर हम सभी शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं. हमारी मांगों को दबाने के उद्देश्य से प्रशासन द्वारा गलत तरीके से गिरफ्तारी की गयी. बलिया गांव निवासी धर्मेंद्र कुमार सिंह ने पुलिस द्वारा अकारण गिरफ्तार किए जाने के मामले में न्यायालय में मामला दर्ज करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि गुरुवार को बगैर कोई कारण बताए पुलिस द्वारा थाना लाया गया. बताया कि वे न तो किसान यूनियन के सदस्य हैं और न ही उनकी जमीन एक्सप्रेस-वे निर्माण में जा रही है. उन्होंने बताया कि अब तक किसी भी आंदोलन में उन्होंने भाग भी नहीं लिया है. इसके बावजूद भी उनकी गिरफ्तारी की गयी. इधर, थानाध्यक्ष अक्षयवर सिंह ने बताया कि वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर थाना लाया गया था. उन्हें किसी तरह प्रताड़ित नहीं किया गया है. शुक्रवार को सभी को थाना से ही छोड़ दिया गया है. इधर कुटुंबा विधायक राजेश कुमार व कांग्रेस प्रवक्ता रामाकांत पांडेय ने किसानों के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई को निंदनीय बताया है.
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