बारुण. शुद्धता के नाम पर परोसा जा रहा केमिकल का दूध,मौत का सौदा शीर्षक से प्रभात खबर में प्रकाशित खबर ने असर दिखाया है. औरंगाबाद जिले के बारुण थाना क्षेत्र के बरवाडीह के एक लाइन होटल में सक्रिय दूध माफिया, जो टैंकर से दूध निकालकर उसमें खतरनाक रसायनों की मिलावट कर लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे थे, अब पीछे हटने को मजबूर हो गये हैं. स्थानीय सूत्रों के अनुसार सोमवार को प्रभात खबर के अंक में प्रमुखता से खबर प्रकाशित हुई थी. मामला उजागर होने के बाद दूध माफियाओं में हड़कंप मच गया. खबर वायरल होते ही आमजन में गुस्सा और भय दोनों फैल गया, जिसके चलते संबंधित गिरोह ने अपना कारोबार बंद कर दिया.
प्रशासन ने नहीं की कोई कार्रवाई
गौरतलब है कि पुलिस प्रशासन ने अब तक कोई सीधी कार्रवाई नहीं की है, लेकिन जनता और मीडिया की चौकसी ने इस गोरखधंधे की जड़ें हिला दी हैं. वहीं स्थानीय निवासियों ने राहत की सांस लेते हुए कहा कि यह कदम उनके बच्चों और परिवारों की सेहत के लिए बेहद जरूरी था. हालांकि, लोगों की मांग है कि प्रशासन अब भी सतर्कता बरते और ऐसे नेटवर्क की पूरी तरह से जांच कर स्थायी समाधान निकाले. विशेषज्ञों का कहना है कि मिलावटी दूध का कारोबार भले ही फिलहाल बंद हो गया हो, लेकिन जब तक प्रशासन सख्त कदम नहीं उठायेगा, तब तक माफियाओं का नेटवर्क ध्वस्त नहीं हो सकता है. माफिया दोबारा सक्रिय हो सकते है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

