अंबा. औरंगाबाद जिले में मेडिकल कॉलेज निर्माण की स्वीकृति मिलने से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलने की उम्मीद जगी थी परंतु मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए देव प्रखंड अंतर्गत पतालगंगा में धार्मिक न्यास समिति द्वारा भूमि नहीं दिये जाने के बाद मेडिकल कॉलेज निर्माण पर ग्रहण लगता दिख रहा है. हालांकि, जिले के प्रतिनिधि इस बार राजनीतिक करने एवं बयान बाजी करने से बाद नहीं आ रहे हैं, परंतु निर्माण के लिए भूमि चिह्नित किये जाने की दिशा में सार्थक पहल का भाव दिख रहा है जिले के प्रतिनिधि अधिकारियों के साथ बैठक कर यदि भूमि की तलाश कर तो कई जगहों पर मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध हो सकता है कुटुंबा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत भी कई जगहों पर 50 एकड़ से अधिक सरकारी भूमि है जिस पर पहल कर मेडिकल कॉलेज का निर्माण कराया जा सकता है. प्राप्त जानकारी के अनुसार प्राचीन का कुटुंबा तकरीबन 55 एकड़ भूभाग में पसरा है कझपा में कृषि फार्म का 50 एकड़ से अधिक भूमि है प्रखंड मुख्यालय अंबा से सटे एरका कॉलोनी पर सिंचाई विभाग का विस्तृत भू-भाग खाली पड़ा है, जहां मेडिकल कॉलेज का निर्माण कराया जा सकता है. जब औरंगाबाद जिला मुख्यालय में सिंचाई विभाग के खाली पड़े जमीन पर संयुक्त कार्यालय भवन का निर्माण कराया जा सकता है तो फिर अंबा के सिंचाई विभाग की जमीन मेडिकल कॉलेज के लिए क्यों नहीं दी जा सकती है. इसके लिए जनप्रतिनिधियों को पहल करने की आवश्यकता है. अंबा वासियों ने कुटुंबा विधायक राजेश कमार व जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित करते हुए मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए पहल करने की मांग की है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का भी इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया है.
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