औरंगाबाद कार्यालय. कासमा थाना क्षेत्र के पिछुलिया गांव में दो वर्ष पहले जिस ब्रह्मदेव भुइंया नामक व्यक्ति की हत्या हुई थी उस घटना से अंतत: राज का पर्दा उठा गया. इस मामले में पुलिस ने दो अप्राथमिकी अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ के दौरान स्पष्ट हो गया कि जादू–टोना के चक्कर में ब्रह्मदेव की हत्या हुई थी. सदर एसडीपीओ दो अमित कुमार ने हत्या के कारणों के साथ-साथ गिरफ्तार अपराधियों से संबंधित जानकारी साझा की है. एसडीपीओ ने बताया कि दो वर्ष पहले यानी 31 मार्च 2023 को कासमा थाना क्षेत्र के पिछुलिया गांव निवासी महेंद्र रिकियासन के पिता ब्रह्मदेव भुइंया की अज्ञात व्यक्तियों द्वारा हत्या कर दी गयी थी. इस मामले से संबंधित प्राथमिकी संबंधित थाने में दर्ज की गयी थी. मृतक की पोती चश्मदीद गवाह थी. उसकी पोती का न्यायालय में 164 के तहत बयान दर्ज कराया गया था. घटना पुराना होने और मामले की पूरी स्पष्टता नहीं होने की वजह से पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर उनके नेतृत्व में एक एसआइटी टीम का गठन किया गया. एसआइटी ने घटना का अंजाम देने वाले गांव के ही अप्राथमिकी अभियुक्त व स्व सुरेश भुइंया के वीरेंद्र भुइंया व शिव बली रिकियासन के पुत्र रंजीत भुइंया को गिरफ्तार किया गया. हत्या के कारणों की पड़ताल की गयी तो पता चला कि वीरेंद्र भुइंया की पिता की मौत चेचक के कारण हुई थी, लेकिन वीरेंद्र सहित परिवार वाले को शक था कि झाड़-फूंक करने वाले ब्रह्मदेव भुइंया द्वारा ही जादू-टोना किया गया, जिसके कारण उसकी मौत हुई. जादू-टोना के शक में वीरेंद्र भुइंया ने अपने ममेरे भाई रंजीत भुइंया के सहयोग से ब्रह्मदेव भुइंया की हत्या करने की योजना बनायी और घटना का अंजाम दिया. पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने इसकी पुष्टि भी की है. एसडीपीओ ने बताया कि छापेमारी के दौरान दोनों अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. छापेमारी टीम में कासमा थानाध्यक्ष इमरान आलम, सहायक अवर निरीक्षक शेख शेरे अली, किशोरी साह, मनीष कुमार, गोविंद सिंह, विजय कुमार आदि शामिल थे.
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