कोल्ड ड्रिंक्स व पानी की बोतलों को ठंडा करने के नाम पर ठगे जा रहे ग्राहक
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एमआरपी से पांच से 10 रुपये ज्यादा ले रहे दुकानदार
कोल्ड ड्रिंक्स व पानी की बोतलों को ठंडा करने के नाम पर ठगे जा रहे ग्राहक शहर में तय मूल्य से अधिक कीमतों का कोल्ड ड्रिंक्स की बिक्री का खेल धड़ल्ले से चल रहा है. ठंडा करने के नाम पर ग्राहकों से कोल्ड ड्रिंक्स व पानी की बोतलों की ज्यादा कीमत वसूली जा रही है. […]
शहर में तय मूल्य से अधिक कीमतों का कोल्ड ड्रिंक्स की बिक्री का खेल धड़ल्ले से चल रहा है. ठंडा करने के नाम पर ग्राहकों से कोल्ड ड्रिंक्स व पानी की बोतलों की ज्यादा कीमत वसूली जा रही है. इसके अलावा अन्य पेय पदार्थों को भी प्रिंट रेट से ऊंचे दाम पर बेचे जा रहे है, जिस पर उपभोक्ताओं का विरोध मान्य नहीं हो रहा और न ही जिला प्रशासन ही इस पर ध्यान दे रहा.
औरंगाबाद (सदर) : जागो ग्राहक जागो का स्लोगन अक्सर टीवी पर आता है, जिससे हर कोई वाकिफ भी है. इस विज्ञापन में उपभोक्ताओं को साफ सलाह दी जाती है कि वो किसी भी वस्तु के तय मूल्य और उसकी गुणवत्ता व एक्सपायरी को देख कर ही खरीदी करें. लेकिन, जल्दबाजी के चक्कर में लोग ठगे जाते हैं. कुछ लोग इसका विरोध भी करते हैं तो वो मान्य नहीं होता. क्योंकि बहुत सी समान की खरीदारी पर उपभोक्ताओं को परची नहीं दी जाती.
शहर में गरमी शुरू होते ही कोल्ड ड्रिंक्स और बोतलबंद पानी का कारोबार बड़े स्तर पर शुरू हो जाता है. ऐसे में लोग अपने हलक को तर करने के लिए दुकानदार को पेय पदार्थों के ऊंचे मूल्य चुकाने पड़ते हैं. दुकानदारों के मनमर्जी इतनी बढ़ी हुई है कि वे कोल्ड ड्रिंक्स और पानी के बोतलों को प्रिंट रेट से ऊंचे मूल्य पर बेच रहे हैं. हैरत यह है कि प्रशासन ने खाद्य पदार्थों के दाम निर्धारित तो कर दिये हैं. लेकिन, उस पर कोई नियंत्रण नहीं दिखाई दे रहा. इससे एक तरफ तो दुकानदारों को मोटी कमाई हो रही है. दूसरी तरफ ग्राहकों के जेब ढीले हो रहे हैं. उपभोक्ता अगर मनमाने रेट का विरोध करते हैं तो दुकानदार उनसे उलझ पड़ते है. रेलवे स्टेशन ,बस स्टैंड, होटल , बाजार और सिनेमाघरों के कैटिंन पर कोल्ड ड्रिंक्स के मनमाने दाम वसूले जा रहे है.
दुकानदारों का रेट : शहर के कोल्ड ड्रिंक्स व पानी की बोतल के व्यवसायी का मन इतना बढ़ा हुआ है कि वो ग्राहकों की एक नहीं सुनते, तय मूल्य से ऊंचे दर पर कोल्ड ड्रिंक्स को बेचते हुए ये झिझकते नहीं हैं. अगर ग्राहक इसका विरोध करते हैं तो वो कहते है कि जहां रेट पर मिल रहा है वहीं ले लें. जब इसकी पड़ताल की गयी तो शहर के कई कोल्ड ड्रिंक्स काउंटर पर दुकानदार द्वारा तय किये गये एक जैसे रेट मिले. शहर के दुकानों में मिलने वाले कोल्ड ड्रिंक्स को ठंडा करने के नाम पर पांच से 10 रुपये अतिरिक्त वसूले जा रहे हैं. 200 मिली लीटर की बोतल पर रेट 10 से 12 रुपये अंकित होते हैं.
लेकिन, दुकानदार ग्राहकों से 15 रुपये लेता है. इसके अलावा 400 मिली लीटर की बोतल पर चढ़ी प्रिंट रेट 25 से 30 रुपये है तो उसे ये सीधे 40 से 45 रुपये में बेच रहे हैं. इसी प्रकार 750 मिली लीटर की बोतल पर 40 रुपये रेट अगर अंकित है तो उसे ये 50 से 55 रुपये में बेचते है. वहीं, 1.25 लीटर वाली बोतल 60 से 70 रुपये व 2.2 लीटर की बोतल का 78 रुपये प्रिंट रेट को ये सीधे 80 से 85 रुपये में बेच रहे हैं. वहीं, पानी के एक लीटर की बोतल पर अगर 10 रुपये प्रिंट है तो उसे 15 रुपये में और अगर 15 रुपये है तो उसे 20 रुपये में बेचते है. दो लीटरवाल पानी की बोतल पर 35 रुपये मूल्य अंकित होते है तो दुकानदार 40 रुपये में बेचते हैं.
खरीद के बाद नहीं दी जाती परची
ग्राहकों को होना होगा जागरूक
उपभोक्ता संरक्षण एक प्रकार का सरकारी नियंत्रण है, जो उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करता है. ग्राहक संगठित नहीं है. इस लिये वे ठगे जाते हैं. इस तरह के मामले को लेकर ग्राहकों को जागरूक होना होगा. उन्हें स्वयं का संरक्षण करना होगा. मनमाने दुकानदारों पर जिला प्रशासन की ओर कार्रवाई अवश्य की जानी चाहिए.
क्षितिज कुमार, अधिवक्ता
आज ग्राहक मिलावट, बिना मानक की वस्तुओं की बिक्री, जमाखोरी, कालाबाजारी, गारंटी, अधिक दाम आदि संकटों से घिरे हैं. ग्राहक संरक्षण के लिए कानून बने हैं. इसके बावजूद भी वे अपने अधिकारों का प्रयोग नहीं करते, अधिक मूल्य लेने पर अपना संरक्षण करते हुए उपभोक्ता अपनी शिकायत जिला उपभोक्ता फोरम में कर सकते है.
राजीव रंजन सिंह , अधिवक्ता
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