चरपोखरी.
लगातार हो रही बारिश से नदियों और नहरों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे उनके पानी का बहाव बेहद तेज हो गया है. इसी तेज बहाव के कारण अब ग्रामीण इलाकों में सड़कों का कटाव शुरू हो गया है, जिसने आवागमन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. जहां चरपोखरी प्रखंड में इसका सबसे बड़ा उदाहरण आरा-सासाराम स्टेट हाइवे से जुड़ी देकुड़ा-बराढ़ सड़क पर देखा जा रहा है. देकुड़ा मोड़ के पास मलार नदी पर बने पुल के पास सड़क का करीब आधा हिस्सा पानी की तेज धार में बह चुका है. यहां बना बड़ा गड्ढा राहगीरों के लिए बड़ा खतरा बन गया है. बराढ़ निवासी अमित कुमार ने चिंता जताते हुए कहा कि अगर जल्द ही यह कटाव नहीं रोका गया तो देकुड़ा, महावीरगंज, एकौनी, बराढ़, बराढ़ टोला सहित अन्य गांवों का संपर्क मुख्य सड़क से पूरी तरह कट जायेगा. इसी तरह, बराढ़ इंग्लिश के दुर्गा मंदिर के पास बरनी-इटौर पथ भी पानी के तेज बहाव से बीचों-बीच कट गया है. हाल ही में एक ट्रैक्टर इस कटे हुए हिस्से में फंसकर पलट गया, जिसमें चालक बाल-बाल बचा. ग्रामीणों का कहना है कि रात के अंधेरे में यह गड्ढा दिखाई नहीं देता, जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. इसके अलावे सड़क अगर पूरी तरह से कट जाता है तो कोयल कुम्हैला, ढेढ़ा, बराढ़ इंग्लिश और मधुरी जैसे दर्जनों गांव का आवागमन प्रखंड मुख्यालय से टूट जायेगा. ग्रामीणों ने प्रशासन से इन क्षतिग्रस्त सड़कों की जल्द से जल्द मरम्मत करने और सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित करने की अपील की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

