आरा.
भाकपा-माले, आइसा व ऐपवा का प्रतिनिधिमंडल हसनबाजर की पीड़िता के गांव पहुंचा और परिवार से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ऐपवा राष्ट्रीय परिषद के सदस्य संगीता सिंह ने किया. प्रतिनिधि मंडल में ऐपवा नेत्री शोभा मंडल, आइसा जिला सचिव विकास कुमार, सह सचिव रौशन कुशवाहा, माले जिला कमेटी सदस्य रामानुज जी शामिल थे. प्रतिनिधिमंडल ने घटना का कड़े शब्दों में निंदा की और परिवार को आश्वासन दिया कि उचित न्याय मिलने तक उनके संघर्ष के साथ खड़ी है और लड़ाई लड़ेगी. संगीता सिंह ने कहा कि डबल इंजन के सरकार में अपराधियों का मनोबल सातवें आसमान पर है. आज जिला सहित पूरे बिहार में महिलाओं पर अत्याचार का ग्राफ चरम पर है. रोज ब रोज लड़कियों महिलाओं के साथ हत्या बलात्कार की घटना हो रही है. मुजफ्फरपुर की घटना हमारे सामने है. उन्होंने कहा कि सहनबाजर की घटनास्थल (लाइब्रेरी) का संलिप्तता की भी जांच कर उचित कार्रवाई की जाये. प्रशासन और अपराधियों के मिली भगत से केस को रफादफा करने की साजिश चल रही है. इसलिए इन दोनों घटनाओं पर हम चार जून को पूरे जिले में प्रतिवाद दिवस के रूप में मनायेंगे. शोभा मंडल ने कहा कि पीड़ित परिवार पर लगातार केस वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. हमारी मांग है कि केस का स्पीडी ट्रायल चला कर न्याय दिया जाये. विकास कुमार ने कहा कि आश्रितों को तत्काल मुआवजा दिया जाए और उनके पूरे परिवार का सुरक्षा की गारंटी जिला प्रशासन करे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है