बड़हरा.
प्रखंड अंतर्गत पूर्वी गुंडी पंचायत के गुंडी गांव में संत, सूफी संत व फकीरों के गांव से प्रसिद्ध फकीर हजरत हाजी बाबा मिस्टर चमन शाह वारसी की 16वीं पुण्यतिथि प्रेम कुटी दरबार वारिसगंज गुंडी में मंगलवार को मनायी गयी. मौके पर पंचम कोसी (झंडा बदलना) भी किया गया. उसके बाद प्रेम कुटी दरबार से गाजे बाजे के साथ जुलूस निकाला गया. जुलूस में दिल्ली से आये नामी कव्वाल सहवाज नवाजी द्वारा फकीरी गीत भजन गाते हुए जा रहे थे. वहीं जुलूस में सिर पर कलश व प्रसाद लिए पुरुष व महिला श्रद्धालु नगर भ्रमण करते हुए सूफी संत शामशीन बाबा के मजार तक पहुंचे. वहां चादरपोशी कर वापस लौटे. बताया जा रहा है कि फकीर हजरत हाजी बाबा मिस्टर चमन शाह बहुत बड़े फकीर थे. उनके गुरु उत्तरप्रदेश बाराबंकी के निवासी हाजी वारिस अली साह, उनके शिष्य अमेठी के सिद्दीक शाह वारसी, उनके शिष्य हाजी बाबा करामत अली शाह वाराणसी फैजाबाद से गुंडी निवासी फकीर हजरत हाजी बाबा मिस्टर चमन शाह ने धर्म गुरु की दीक्षा से प्रभावित होकर फकीर बने. मिस्टर चमन शाह के पुत्र हाजी दानिश वारसी ने बताया कि उर्दू के एक दो तारीख को प्रति वर्ष पुण्यतिथि मनाया जाता है. पुण्यतिथि में हिंदू मुस्लिम एक साथ मिलकर शोभा बढ़ाते हैं. रात 10 बजे से शाम महफिल कव्वाली का प्रोग्राम शुरू हुआ. कार्यक्रम को सफल बनाने में कौसेन वारसी, खुर्शीद वारसी, सकलैन वारसी, बुटन सिंह, केदार सिंह समेत अन्य की ग्रामीणों की भूमिका है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

