रानीगंज/भरगामा : ¸विवादित तालाब में महज मछली मारने से मना करने पर रविवार को रहरिया महादलित टोला में कथित दबंगों ने दो लोगों की हत्या व एक दर्जन से अधिक लोगों को मारपीट कर घायल कर दिया. पीड़ितों की मानें तो भरगामा पुलिस के समक्ष पूरी घटना को अंजाम दिया गया, लेकिन खूनी खेल को अंजाम दे रहे लोगों को रोकने में भरगामा पुलिस
सिरे से नाकाम साबित हुई. हालांकि रानीगंज थानाध्यक्ष सह पुलिस निरीक्षक अश्विनी कुमार के घटनास्थल पर पहुंचने के बाद स्थिति नियंत्रित होने की बात सामने आ रही है. लेकिन कहीं न कहीं स्थानीय पुलिस पदाधिकारी की कथित उदासिनता से रहरिया महादलित टोला में मातम पसरा हुआ है. ग्रामीणों के अनुसार रविवार को सुबह लगभग आठ बजे भाकपा माले के जिला सचिव सत्यनारायण सिंह यादव संबंधित महादलित टोला में कुछ ग्रामीणों के साथ पार्टी स्तरीय विभिन्न मुद्दों को लेकर बैठक करने पहुंचे थे.
बैठक दोपहर लगभग एक बजे संपन्न हो गयी. इस बीच बरदा टोला बरबन्ना निवासी खेत मजदूर सभा के सदस्य कमलेश्वरी ऋषिदेव अपनी मोटरसाइकिल संख्या बीआर 38 ए 6474 से ग्रामीण सुनील ऋषिदेव व रमेश ऋषिदेव के साथ बैठक स्थल पर पहुंचे. बताया जाता है कि महादलित टोला के बगल में ही एक तालाब में कुछ लोग मछली मार रहे थे. इसका विरोध करने पर अचानक मछली मार रहे लोगों ने सैकड़ों की तादाद में एकजूट होकर महादलित टोला पर हमला कर दिया. कुछ महादलित जान बचा कर टोला से बाहर भाग निकले. जबकि टोला के ज्यादातर लोग अपने अपने घरों में दुबक गये. लोगों के आक्रोश को देखते हुए सत्यनारायण सिंह यादव व कमलेश्वरी ऋषिदेव भी सुधीर ऋषिदेव के घर में छुप गये. लेकिन कथित दबंगों ने एक-एक महादलितों को घर से निकाल कर बेरहमी से पीटा. इस बीच सुधीर के घर में छुपे सत्यनारायण व कमलेश्वरी को बाहर निकालने के बाद मारपीट कर घसीटते हुए कथित दबंगों ने अपने साथ लेकर अन्यत्र चले गये. काफी खोजबीन के बाद सोमवार की सुबह में घटनास्थल के समीप ही एक बांस बाड़ी से दोनों का शव पुलिस व परिजनों को मिला. बताया जाता है कि महादलित टोला के समीप एक भुखंड व तालाब के मालिकाना हक को लेकर दोनों पक्ष के लोगों के बीच वर्षों से विवाद की स्थिति बनी हुई है.