पटना: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सुशील मोदी पर अपनी पत्नी को फर्जी तरीके से प्रोफेसर बहाल कराने का आरोप लगाया है. एसके मेमोरियल हॉल में एक समारोह में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री ने मोदी का नाम लिये बिना कहा कि जो लोग मुङो दिन-रात गाली दे रहे हैं, वे अपनी पत्नी को जाली सर्टिफिकेट पर नौकरी करवा रहे हैं.
अपने दामाद का बचाव करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उन्हें जानकारी मिली, तो निजी सहायक के पद से हटा दिया. दो रिश्तेदारों में से एक को हटाने के सवाल पर सीएम ने कहा कि परिवार का मतलब क्या होता है, बेटा, बेटी, दामाद व बहू. अगर जाति के आधार पर किसी की बात करें, तो समाज में कहीं-न-कहीं वो रिश्तेदार हो सकते हैं.
नहीं थी रिश्तेदारों की नियुक्ति से संबंधित नियम की जानकारी
अपने दामाद और एक अन्य रिश्तेदार की मुख्यमंत्री कार्यालय में नियुक्ति के विवाद में फंसे बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने गुरुवार को इस बात की जानकारी से इनकार करते हुए कहा कि मंत्रिमंडल सचिवालय ने उन्हें अधिसूचना जारी करने के पूर्व इस बारे में नहीं बताया. उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग ने उन्हें नियुक्ति से संबंधित इस नियम से अवगत नहीं कराया. जैसे ही मामला उनकी जानकारी में आया, उन्होंने अपने दामाद को हटा दिया. मामले के तूल पकड़ने पर मांझी के निजी सहायक के तौर पर काम कर रहे उनके दामाद देवेंद्र कुमार ने बीती रात्रि अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. अपने एक अन्य रिश्तेदार सत्येंद्र कुमार के बारे में पूछे जाने पर मांझी ने कहा कि वह उनके भांजे हैं और मौजूदा कानून के तहत करीबी रिश्तेदार की श्रेणी में नहीं आते.