पटना: जदयू के विधायकों ने आपसी एकजुटता दिखाते हुए राज्यसभा उपचुनाव में पार्टी के दोनों अधिकृत प्रत्याशियों पवन कुमार वर्मा व गुलाम रसूल बलिवायी को जिताने का संकल्प लिया है. मंगलवार की शाम मुख्यमंत्री निवास में जदयू विधानमंडल दल की बैठक में एक पंक्ति का प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें दोनों अधिकृत उम्मीदवारों के पक्ष में वोट का निर्णय लिया गया.
सूत्र बताते हैं कि पार्टी अध्यक्ष शरद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में आयोजित इस बैठक में करीब दर्जन भर विधायक उपस्थित नहीं हुए. गैर हाजिर रहनेवाले विधायकों में ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, पूनम देवी, अजीत कुमार, अनिल कुमार, सुरेश चंचल, रवींद्र राय, रेणु कुशवाहा, दिनेश कुशवाहा, राजू कुमार सिंह, अजित कुमार, अनिल कुमार, राहुल कुमार, सुजाता देवी, अमला देवी मदन सहनी, नीरज बबलू के नाम प्रमुख हैं. कुछ विधायक ऐसे भी थे, जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल कर बैठक में उपस्थित नहीं होने की अपनी मजबूरी बतायी थी. उनमें राजीव रंजन, डॉ सुनील, मंत्री दामोदर रावत और पन्ना लाल पटेल हैं. बैठक के बाद शरद यादव ने कहा कि दल के अधिकृत दोनों उम्मीदवारों की जीत होगी. इस सवाल पर कि कितने विधायक नहीं पहुंचे, श्री यादव ने कहा कि इसकी गिनती हमने नहीं की.
करीब तीन घंटे तक चली बैठक शाम सात बज कर 25 मिनट पर तब शुरू हुई, जब पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे. बैठक की जानकारी देते हुए पार्टी के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने कहा, विधायकों की मौजूदगी ने यह साबित कर दिया कि जदयू के अधिकतर विधायक पार्टी के साथ हैं. उन्होंने बैठक में नहीं आनेवालों के नाम भी गिनाये. उन्होनें कहा कि जिन लोगों का दावा था कि बागियों की संख्या 40 से 50 है, उनकी हवा निकल गयी है. बैठक में विधायकों ने कहा कि परदे के पीछे से भाजपा खड़ी है. उसे बेनकाब किया जायेगा. उन्होंने कहा कि रेणु कुशवाहा बीमार रिश्तेदार को देखने चली गयी थीं, जबकि दामोदर रावत भी बेटी के काम से बाहर होने के कारण नहीं आ सके. दोनों ने इसकी सूचना दी थी.
विधायक दल को मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने भी संबोधित किया. श्रवण कुमार ने विधायकों को वोट डालने के तरीके की जानकारी दी.
बैठक के बाद जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा विधायक दल की औपचारिक बैठक हुई है. इसमें दोनों प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित कराने का निर्णय किया गया. नहीं आने वाले विधायकों की संख्या बताने से इनकार करते हुए कहा कि कुछ विधायक सूचना देकर नहीं आये तो कई बिना सूचना के भी बैठक में शामिल नहीं हुए. इसके पूर्व परिवहन मंत्री रमई राम ने कहा कि बीजेपी की मंशा पूरा नहीं होने देंगे. सभी विधायकों ने एक मत से पार्टी के प्रत्याशी को जिताने का निर्णय किया. उन्होंने कहा कि दस विधायक बैठक में शामिल नहीं हुए. विधायक सुनील पांडेय ने कहा कि पार्टी के दोनों प्रत्याशी की जीत पक्की है. पांडेय ने आठ विधायकों के नहीं आने की जानकारी दी. बैठक में शामिल होनेवालों में जो प्रमुख रूप से चर्चा में थे उसमें अन्नु शुक्ला, मुन्ना शाही, विधान पार्षद संजय सिंह शामिल थे.