पटना/फुलवारी: केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने सोमवार को फुलवारीशरीफ स्थित भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) के गोदाम का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने गोदाम में पड़े अनाज के संबंध में एफसीआइ के अधिकारियों से बातचीत की और उन्हें कई आवश्यक निर्देश भी दिये. उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि उन्हें इस गोदाम के संबंध में अगले तीन महीनों तक कोई शिकायत नहीं मिलनी चाहिए.
उन्होंने एफसीआइ के गोदामों से सड़े खाद्य सामग्री प्राप्त होने पर राज्य सरकार से इसके सैंपल की भी मांग की. श्री पासवान ने कहा कि सैंपल में गड़बड़ी पाये जाने पर एफसीआइ के अधिकारियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा.
इससे पहले रामविलास पासवान ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से भी टेलीफोन पर बातचीत की. पासवान ने कहा कि इस बातचीत में मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि बिहार में जनवितरण प्रणाली में कुछ गड़बड़ियां हैं, इन्हें जल्द ही दुरुस्त कर लिया जायेगा. उन्होंने खाद्य सुरक्षा गारंटी कार्यक्रम में राज्य सरकार की लापरवाही पर भी सवाल उठाये. एफसीआइ गोदाम की जांच के दौरान पासवान ने वहां रखे अनाज की खुद भी जांच की. जांच के क्रम में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अनाज का उठाव सही समय पर नहीं करती. साथ ही उन्होंने राज्य सरकार पर गरीबों के हितों की रक्षा करने में कई तरह की गड़बड़ियों के भी आरोप लगाये.
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार द्वारा सही समय पर अनाज का उठाव नहीं करने के कारण बिहार के लोगों को सही समय पर राशन नहीं मिल पाता है. उन्होंने पीडीएस दुकानें बंद करने और पैक्स व सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से अनाज आपूर्ति करने की श्याम रजक की सलाह पर कहा कि बिहार सरकार जैसे चाहे लोगों तक अनाज पहुंचाये. पासवान ने अनाज के बोरों को दिखाते हुए कहा कि देखिए किस तरह रखे गये हैं ये अनाज. आठ-नौ माह तक का अनाज है. राज्य सरकार कहती है कि अनाज सड़ा रहता है. देखिए एक भी बोरा अनाज सड़ा नहीं नजर आ रहा है. औचक निरीक्षण के दौरान श्री पासवान के साथ एफसीआइ के महाप्रबंधक सत्यानंद, उप महाप्रबंधक अमरेश कुमार और लोजपा सांसद रामा सिंह भी मौजूद थे.