पटना : जदयू ने भाजपा पर राज्यसभा उपचुनाव में काले धन के इस्तेमाल का आरोप लगाया है. जल संसाधन मंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता काले धन पर रोक लगाने की है. लेकिन, सुशील मोदी के नेतृत्व में प्रदेश भाजपा उसका इस्तेमाल कर बिहार की राजनीति को दूषित और कलंकित कर रही है. यह विधायकों की साख को गिराने की साजिश है. दोनों निर्दलीय उम्मीदवार पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के आवास पर तय किये गये.
विजय चौधरी ने सवाल उठाया कि क्या दोनों निर्दलीय उम्मीदवार जदयू के नाराज विधायकों के बल पर उतारे गये हैं? क्या इनके अलावा किसी पार्टी या नेता का निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन प्राप्त है? भाजपा का आधिकारिक बयान था कि चुनाव के लिए उनके पास बहुमत नहीं है, लिहाजा उम्मीदवार नहीं उतारेंगे. क्या पार्टी का विरोध कर दिलीप जायसवाल उम्मीदवार और उनके 10 विधायक प्रस्तावक बने? जायसवाल द्वारा नामांकन वापस लेने के पीछे क्या रहस्य है? राज्यसभा उपचुनाव के मद्देनजर भाजपा द्वारा अपना स्टैंड 18 जून को साफ करने के पीछे क्या मकसद है? क्या निर्दलीयों को समर्थन देने की शर्ते तय होंगी? मंत्री विजय चौधरी ने भाजपा पर राज्यसभा उपचुनाव को लेकर बिहार की राजनीति को झारखंड जैसा बनाने का भी आरोप लगाया. श्री चौधरी ने कहा कि भाजपा द्वारा काले धन के इस्तेमाल और उसकी कथनी व करनी में अंतर को लेकर जदयू सभी अन्य दलों को पत्र लिखेगी.
बहुमत और विधायकों का भरोसा
श्री चौधरी ने उम्मीद जतायी कि दो दिनों में पार्टी के नाराज विधायकों की संख्या में काफी कम हो जायेगी. वहीं विधानसभा में सरकार के पक्ष में बहुमत होने का दावा करते हुए कहा कि डेढ़ महीने के बजट सत्र के दौरान रोजाना बहुमत की कसौटी पर खड़ी उतरेगी.
फिसली जुबान
मंत्री विजय चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में तीन बार पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए सीएम शब्द का इस्तेमाल किया. हालांकि, बाद में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सीएम एक हैं और वे जीतन राम मांझी हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधायक मंजीत सिंह,
विधान पार्षद संजय सिंह, नीरज कुमार आदि मौजूद थे.