एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड पर मंगलवार को पांचवें टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ सात विकेट से हारने वाली टीम इंडिया को एक और झटका लगा. क्योंकि टीम इंडिया के टेस्ट मैच के दौरान धीमी ओवर गति के कारण विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दो अंक कट गये. यह पेनल्टी पॉइंट भारतीय पक्ष पर एक बड़ा प्रभाव छोड़ते हैं, जो बाबर आजम के नेतृत्व वाले पाकिस्तान को एक स्थान का फायदा दिलाता है. पेनल्टी पॉइंट के अलावा, भारत पर इस अपराध के लिए मैच फीस का 40 प्रतिशत जुर्माना भी लगाया गया है.
प्वाइंट टेबल में भी हुआ नुकसान
बर्मिंघम में सात विकेट की हार के बाद भारत डब्ल्यूटीसी अंक तालिका में तीसरे स्थान पर था, लेकिन पेनल्टी अंक का मतलब है कि वे अब तालिका में फिर से चौथे स्थान पर पहुंच गये है और पाकिस्तान एक पायदान ऊपर तीसरे स्थान पर बरकरार है. भारत अब 75 अंक (52.08 अंक प्रतिशत) पर है, जो पाकिस्तान के अंक प्रतिशत 52.38 प्रतिशत से कुछ ही कम है.
एक ओवर के लिए लगता है 20 फीसदी मैच फीस का जुर्माना
खिलाड़ियों और खिलाड़ी समर्थन कर्मियों के लिए आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार, खिलाड़ियों को निर्धारित समय में गेंदबाजी करने में विफल रहने वाले प्रत्येक ओवर के लिए उनकी मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है. इसके अलावा, आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) की खेल शर्तों के अनुच्छेद 16.11.2 के अनुसार, एक पक्ष को प्रत्येक ओवर शॉर्ट के लिए एक अंक का दंड दिया जाता है.
दो ओवरों के लिए लगा जुर्माना
यहां दो ओवरों के लिए स्लो ओवर रेट का जुर्माना लगाया गया. इसलिए दो अंक काटे गये और मैच फीस का 40 फीसदी जुर्माना लगाया गया. भारत के कार्यवाहक कप्तान ने इस जुर्माने को स्वीकार कर लिया है. इस वजह से आधिकारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी. मैच के बुमराह ने हार के लिए बल्लेबाजों को जिम्मेदार ठहराया, जिन्होंने दूसरी पारी में बड़ा स्कोर नहीं किया.
भारतीय गेंदबाज नहीं दिखा पाये दम
भारत आज 378 रनों के लक्ष्य का बचाव करने में विफल रहा. जो रूट और जॉनी बेयरस्टो की जोड़ी ने इंग्लैंड को टेस्ट इतिहास में अपने सर्वोच्च-सफल रन का पीछा करने में मदद की. दोनों ही खिलाड़ियों ने नाबाद शतक ठोक दिया. गेंदबाजों की बात करें तो पहली पारी में शानदार लय में दिखने वाला तेज आक्रमण दूसरी पारी में बेदम दिखा.