टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली अपने फॉर्म को लेकर चिंतित होंगे. यह चिंता केवल विराट कोहली के लिए नहीं, बल्कि पूरी टीम के लिए भी है, क्योंकि आने वाले दिनों में भारत को कई बड़े सीरीज खेलने हैं. ऐसे में विराट के बल्ले से रन निकलना बेहद जरूरी है. दो साल से ज्यादा समय से विराट कोहली ने किसी भी फॉर्मेट में शतक नहीं बनाया है. यहां तक कि आईपीएल 2022 में उनका प्रदर्शन कोई खास नहीं रहा.
विश्व कप से पहले विराट को फॉर्म में आना जरूरी
जानकारों का कहना है कि भारत को 2021 टी-20 वर्ल्ड कप के दर्द को मिटाना है और इस साल के अंत में टी20 विश्व कप जीतना है तो यह जरूरी है कि विराट कोहली अपने शानदार प्रदर्शन पर वापस आएं. कोहली के लिए उनका अगला असाइनमेंट इंग्लैड दौरा काफी महत्वपूर्ण है. भारत के पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह ने कोहली और उनकी फॉर्म के बारे में एक बहुत ही दिलचस्प पहलू पर बात की है.
विराट कोहली को और समय लगेगा
बाएं हाथ के पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि कोहली को इस मंदी से बाहर आने में समय लग रहा है क्योंकि वह वनडे या टेस्ट की तुलना में अधिक टी-20 क्रिकेट खेल रहे हैं. उन्होंने इंडिया टीवी पर कहा कि कोहली समय खराब है. वह जिस तरह से आउट हो रहे हैं, वह अजीब है. हमने विराट को इस तरह कभी नहीं देखा है. यह एक बहुत खराब पैच है. विराट को इससे बाहर आने में लंबा समय लगने वाला है. एकदिवसीय और टेस्ट में, आप ज्यादा गेंद खेलते हैं और धीरे-धीरे फॉर्म में वापस आ सकते हैं. टी-20 में, आपके पास वह स्वतंत्रता नहीं है.
आईपीएल 2022 में विराट ने बनाये 341 रन
विराट कोहली का आईपीएल 2022 में भी औसत प्रदर्शन रहा है. उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए दो अर्धशतकों सहित सिर्फ 341 रन बनाये. वर्तमान में विराट कोहली को एक ब्रेक दिया गया है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की टी-20 सीरीज में विराट कोहली को आराम दिया गया है. विराट इसी महीने इंग्लैंड दौरे में टीम इंडिया का हिस्सा हैं, जहां एक टेस्ट, तीन एकदिवसीय और तीन टी-20 आई खेले जायेंगे.
विराट कोहली को बड़े प्रारूप खेलने की सलाह
आरपी सिंह ने कहा कि अगर आपको फॉर्म में आना है, तो आप 50-55 गेंदों पर 60 रन बनाकर शुरुआत कर सकते हैं. आप 55 गेंदों में 100 रन बनाने की उम्मीद नहीं कर सकते. आपको समय बिताना होगा और सिंगल्स, डबल्स लेना होगा. फॉर्म में वापस आना आसान नहीं है क्योंकि वह सालों से बाहर है. विराट खुद सोच रहे होंगे कि मैं एक बार हावी हुआ करता था लेकिन अब जब भी गेंद बल्ले को छूती है तो आउट हो जाते हैं. उन्होंने सही तरीका अपनाया है लेकिन प्रारूप गलत है.