रांची : जल्दी में आयोजित भारत-श्रीलंका एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला भारत से बुरी तरह पिटने के बाद श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने कहा कि वे इस निराशा से जल्दी ही उबरना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि 0-5 से हारने के बावजूद श्रीलंका में हमें बहुत कुछ सकारात्मक चीजें हासिल हुई हैं. उन्होंने कहा, हम अब […]
रांची : जल्दी में आयोजित भारत-श्रीलंका एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला भारत से बुरी तरह पिटने के बाद श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने कहा कि वे इस निराशा से जल्दी ही उबरना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि 0-5 से हारने के बावजूद श्रीलंका में हमें बहुत कुछ सकारात्मक चीजें हासिल हुई हैं.
उन्होंने कहा, हम अब जितनी जल्दी हो सके, इस हार को भुलाकर इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला पर ध्यान देना और उसके बाद उससे आगे बढ़ना चाहते हैं. मैथ्यूज ने कहा, हम कुछ नये खिलाडि़यों को मौका देना चाहते थे. हमारी टीम में कुछ वरिष्ठ खिलाड़ी नहीं थे. हम देखना चाहते थे कि कौन सबसे अच्छा प्रदर्शन करता है.
जिस तरह (लाहिरु) थिरिमाने ने बल्लेबाजी की, मंै बहुत प्रभावित हुआ. उन्होंने आखिरी दो मुकाबलों में अपना काम किया लेकिन मुझे लगता है कि हमें तीनों विभागों (बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण) में सुधार करने की जरूरत है. मैथ्यूज ने उन दावों को खारिज कर दिया कि श्रृंखला में एकतरफा नतीजे से उनकी टीम की विश्व कप की तैयारियों को झटका लगा है. बल्कि इसकी जगह उन्हें लगता है कि उनकी टीम को विश्व कप के लिए अपने (क्षमतावान) खिलाडि़यों की पहचान करने का मौका मिला.
मैथ्यूज ने कहा, हमें पता चल गया कि हमारी टीम में कौन होंगे और हमने इस कोशिश के तहत उन्हें मौके दिये. भारत में खेलना हमेशा खास होता है इसलिए हम पता करना चाहते थे कि कौन खिलाडी दबाव में हैं. हमें इसका पता चल गया. उन्होंने आखिरी मुकाबले में 139 रन बनाए थे और उनकी इस पारी के सहारे श्रीलंका आठ विकेट के नुकसान पर 286 रन का अच्छा स्कोर बनाने में सफल रहा लेकिन भारत के कप्तान विराट कोहली की नाबाद 139 रनों की पारी ने श्रीलंका को जीत से वंचित रखा.
श्रीलंकाई कप्तान ने कहा, यह एक अच्छा मुकाबला था. हमने पिछले चार मैचों की तुलना में सुधार किया. बल्लेबाजी करना मुश्किल था और हमारे बल्लेबाजों को एक अच्छा स्कोर बनाने और अच्छा लक्ष्य रखने के लिए कडी मेहनत करनी पडी. मुझे लगा कि हमें अपना काम कर लिया लेकिन हमारे गेंदबाजों का प्रदर्शन अनुशासित नहीं रहा.