जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत अब क्रिकेट राजनीति में हाथ आजमाने की तैयारी में हैं और वे इसी महीने राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) के चुनाव लड़ सकते हैं. वैभव हाल में राजसमंद जिला क्रिकेट संघ के कोषाध्यक्ष पद पर निर्विरोध चुने गए. जानकारों के अनुसार वैभव का इस पद […]
जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत अब क्रिकेट राजनीति में हाथ आजमाने की तैयारी में हैं और वे इसी महीने राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) के चुनाव लड़ सकते हैं.
वैभव हाल में राजसमंद जिला क्रिकेट संघ के कोषाध्यक्ष पद पर निर्विरोध चुने गए. जानकारों के अनुसार वैभव का इस पद पर चुना जाना क्रिकेट राजनीति की पिच पर उनकी पारी की शुरुआत मानी जा सकती है और वे आने वाले दिनों में आरसीए में चुनाव लड़ सकते हैं.
जानकारों के अनुसार जिला क्रिकेट संघ में अध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष पद पर आसीन व्यक्ति ही आरसीए का चुनाव लड़ सकता है. अगर वैभव आरसीए में किसी पद पर चुने जाते हैं तो भारतीय क्रिकेट बोर्ड में उनके प्रवेश की राह भी खुल जाएगी. राजसमंद जिला क्रिकेट संघ के कार्यक्रम निदेशक संदीप पालीवाल ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया सोमवार को जयपुर में की गई और वैभव का नियुक्ति पत्र आरसीए को भेज दिया गया है.
इससे पहले इस पद पर संदीप के पिता प्रदीप पालीवाल काबिज थे. उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई ने आरसीए का पांच साल पुराना निलंबन हाल ही में रद्द कर दिया है जिसके बाद आरसीए के मौजूदा अध्यक्ष सीपी जोशी ने पद खाली करने की घोषणा की. विधानसभा अध्यक्ष जोशी ने कहा था कि आरसीए का निलंबन रद्द होते ही वह अपने पद से हट जाएंगे.
वैभव आरसीए की आयोजन समितियों का हिस्सा रहे हैं, लेकिन वह पहली बार पदाधिकारी बने हैं. क्रिकेट राजनीति में उनकी शुरुआत जोधपुर जिला क्रिकेट संघ से करवाई जा रही थी. वहां कार्यकारी मंडल को भंग कर तदर्थ समिति भी बनाई गयी, लेकिन मामला अदालत में चला गया तो उस योजना को ठंडे बस्ते में डाल वैभव को राजसमंद जिला क्रिकेट संघ से आरसीए में लाया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि वैभव ने दिसंबर 2018 में अपना पहला लोकसभा चुनाव राजस्थान की जोधपुर सीट पर लड़ा. हालांकि इसमें वह विफल रहे और यह सीट भाजपा के गजेंद्र सिंह शेखावत ने जीती.